HiHindi.Com
HiHindi Evolution of media
पर्यटन पर निबंध Essay On Tourism In Hindi Language
Essay On Tourism In Hindi Language पर्यटन पर निबंध: देशाटन अथवा पर्यटन किसी भी देश की प्रगति के लिए आवश्यक क्षेत्र हैं.
Essay On Tourism में हम जानेगे कि भारत में पर्यटन का स्तर स्थिति देशाटन के लाभ हानियाँ प्रमुख दर्शनीय स्थल आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करेगे.
पर्यटन के महत्व पर निबंध में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए यहाँ निबंध बता रहे हैं.
Essay On Tourism In Hindi पर्यटन पर निबंध
पर्यटन पर निबंध (300 शब्द).
पर्यटन एक ऐसी यात्रा को कहते है जो मनोरंजन या फुरसत के समय का आनंद उठाने के लिए की जाती है। पर्यटन से व्यक्ती को जीवन में एक नई उमंग और उत्साह भर जाता है।
जब हम किसी स्थान पर पर्यटन के लिए घूमने के लिए जाते है तो हमें वहां की संस्कृति और लोक जीवन के बारे में जानने को मिलता है।
हमें इस चीज का एहसास होता है की इस दुनिया में कितनी विवधता है , हमारे और इनके लोक जीवन और संस्कृति में कितना अंतर है। इस से हमारे दिमाग का दायरा बढ़ता है और सोचने समझने की एक गहरी समझ विकसित होती है।
पर्यटन से हमें हमारी दैनिक जीवन की परेशानियां को भूलकर एक रचनात्मक प्रवृति जागृत होती है , जिस से जीवन में अनेक रास्ते खुल जाते है।
अगर हम भारत में प्रमुख पर्यटक स्थलों की बात करे तो ऐसे बहुत से स्थल है जहां आप अपनी रुचि और सुविधानुसार जा सकते है। भारत के प्रत्येक राज्य में धार्मिक , प्राकृतिक, ऐतिहासिक महत्व के पर्यटक स्थल मिल जाएंगे जो भारत की विशाल और धनी प्राचीन विरासत को दर्शाते है।
जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में जहां पहाड़ी राज्यों का अपना अलग पर्यटक महत्व हैं, वहीं दूसरी ओर राजस्थान अपने थार के मरुस्थल और सम के धोरों के लिए प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश अपने धार्मिक पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। गोवा अपने समुंद्री पर्यटन के लिए विख्यात है।
भारत में कई ऐसे एतिहासिक पर्यटक स्थल है , जो हमें हमारे गौरवशाली इतिहास को संजोये हुए है, उनमें अनेक दुर्ग, स्मारक और छतरियां शामिल है। भारत विश्व का एक प्रमुख पर्यटक केंद्र है।
वर्तमान सरकार भारत में पर्यटन के महत्व को समझते हुए अनेक नए कॉरिडोर निर्माण कर रही है। पर्यटन से हमारे रोजगार और अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिल रहा है। इस प्रकार पर्यटन का जीवन में बहुत महत्व है।
पर्यटन पर निबंध 500 शब्दों में
मानव प्रवृत्ति और पर्यटन – मानव मन कौतुहल एवं जिज्ञासा नामक वृतियों से आक्रान्त रहता हैं. इन वृतियों के कारण वह नवीन वस्तुओं को देखने, समझने, नवीन स्थलों के प्रति आकृष्ट होने एवं नवीन स्थानों की सैर करने के लिए सचेष्ट रहता हैं.
इस प्रकार नवीन स्थानों तथा विभिन्न भू भागों में भ्रमण करना ही पर्यटन कहा जाता हैं. पर्यटन करने से मनुष्य को भिन्न भिन्न भौगोलिक परिवेशों को देखने को सुअवसर प्राप्त होता हैं. और उनके ज्ञान की वृद्धि होती हैं.
पर्यटन की व्यवस्था -पर्यटन मानव की स्वच्छंद एवं उन्मुक्त जीवन पद्धति का एक अंश हैं. इसकी व्यवस्था प्रत्येक व्यक्ति की रूचि एवं देश विशेष के आधार पर हो सकती हैं.
वर्तमान युग में पर्यटन की व्यवस्था का काफी प्रसार हो गया हैं. और सारे विश्व के देशों का भ्रमण आसानी से किया जा सकता हैं.
फिर भी प्रत्येक यात्री के लिए यह आवश्यक हैं कि वह जिस देश की यात्रा पर जा रहा हो, वहां की रीती नीति, भाषा, खान पान तथा शिष्टाचार आदि का उसे ज्ञान हो.
उसे वहां के दर्शनीय स्थानों, ऐतिहासिक स्मारकों का भी ज्ञान होना चाहिए. इसके लिए उसे उस स्थान का मानचित्र एवं वहां की परिचयात्मक पुस्तिका अपने पास रखनी चाहिए.
यात्रा के लिए कुछ आवश्यक सामान साथ में ले जाना चाहिए. धन की व्यवस्था भी पूर्णरूप से होनी चाहिए. इस तरह की आवश्यक व्यवस्था हो जाने पर यदि कोई साथी या परिचित सहयात्री मिल जाए तो उसकी भी व्यवस्था करनी चाहिए.
सहयात्री मिल जाने पर बहुत सी सहायता मिल जाती हैं एवं मार्ग की परेशानियों का सामना किया जा सकता हैं.
पर्यटन से लाभ – मनुष्य को पर्यटन से अनेक लाभ होते हैं. इससे मनुष्य के ज्ञान का विस्तार होता हैं. विद्यार्थी जिन धार्मिक अथवा ऐतिहासिक स्थानों का वर्णन पुस्तकों में ही पढ़ पाते हैं.
उन स्थानों को प्रत्यक्ष रूप से देखने पर ज्ञान और अधिक बढ़ जाता हैं. दक्षिण भारत के प्रसिद्ध मंदिर हड़प्पा और सारनाथ के भग्नावशेष अजन्ता और एलोरा की गुफाएं आगरा का ताज महल, दिल्ली का लाल किला, जयपुर का हवा महल एवं जंतर मन्तर आदि का साक्षात ज्ञान पर्यटन से ही किया जा सकता हैं.
विभिन्न भागों के रीती रिवाज खान पान सामाजिक परम्परा सभ्यता एवं प्राकृतिक वातावरण आदि समस्त बातों का ज्ञान पर्यटन से ही हो सकता हैं. पर्यटन से मनोरंजन भी होता हैं.
तो नयें लोगों से परिचय भी बढ़ता हैं. इससे अनुभव परिपक्व होता हैं. इस तरह पर्यटन काफी लाभकारी रहता हैं.
उपसंहार – इस नश्वर संसार में आकर मनुष्य ने यदि भिन्न भिन्न भागों को नहीं देखा, प्रकृति के सौन्दर्य का नजदीकी से अवलोकन नहीं किया, तो उसका अमूल्य जीवन वास्तव में व्यर्थ हैं.
पर्यटन से ऐसे कई नवीन मित्र बन जाते हैं. जो जीवन भर सहायता सहयोग करते रहेगे. अतः हमे चाहिए कि हम अपनी आर्थिक शक्ति तथा पारिवारिक स्थिति के अनुसार पर्यटन करें, अपना लोकानुभव निरंतर बढाते रहे. जीवन की सफलता के लिए पर्यटन परमावश्यक हैं.
700 शब्द : पर्यटन पर निबंध Essay On Tourism In Hindi
शिक्षा के प्रसार ने लोगों में विश्व के अलग अलग हिस्सों में जाकर वहां की जानकारी एकत्र करने की प्रबल इच्छा पैदा की. नयें अनुभव एवं ज्ञान का तो कारण हैं ही साथ ही हवाई परिवहन में प्रगति एवं पर्यटक सुविधाओं में विकास ने भी सीमाओं से बाहर निकलकर विचरण करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया हैं.
विशेष रूप से दूरस्थ एव पिछड़े क्षेत्रों में आर्थिक विकास एवं रोजगार सृजन के तंत्र के रूप में पर्यटन के महत्व को विश्व भर में पहचान मिली हैं. सकल राजस्व के साथ साथ विदेशी मुद्रा आय के मामले में यह सम्पूर्ण विश्व में एक वृहत सेवा उद्योग हैं.
पर्यटन के कई लाभ हैं. पर्यटन से न सिर्फ मनोरंजन होता हैं बल्कि यह शिक्षा एवं अनुभव प्राप्त करने का भी एक अच्छा साधन है. इसलिए स्कूल कॉलेजों में हर वर्ष छात्रों को पर्यटन के लिए किसी न किसी स्थान पर ले जाया जाता हैं. पर्यटन से व्यक्ति में नवजीवन का संचार होता हैं.
इसलिए लोग वर्ष में एक बार पर्यटन के लिए अवश्य समय निकालते हैं. जिन्दगी की इस भागदौड़ में पर्यटन का महत्व भी बढ़ गया हैं. प्रत्येक व्यक्ति अपने व्यस्ततम जीवन में से समय निकालकर किसी न किसी स्थान पर घूमने के लिए जाते रहना चाहिए. इससे उस व्यक्ति के जीवन का वातावरण में भी बदलाव आता हैं.
ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटन की स्थिति में इसका महत्व और भी बढ़ जाता हैं. इससे ऐतिहासिक घटनाओं को अनुभव करने का आभास होता हैं, जिन बातों का अनुभव हम ताजमहल और कुतुबमीनार को देखकर कर सकते हैं. उसे किसी भी किताब के माध्यम से बताया नहीं जा सकता.
पर्वत, पठारों, झीलों, नदियों की तस्वीरों या पाठ्यसामग्रियों से हमें इसके वास्तविक स्वरूप का ज्ञान नहीं हो सकता. नदी के पानी को छूकर देखने, पहाड़ों की सैर करने झीलों में नौका विहार का आनन्द लेने के बाद इनके बारे में जो अनुभव होता हैं, वह विभिन्न प्रकार की किताबों से भी प्राप्त नहीं हो सकता.
आधुनिक समय में पर्यटन का एक और लाभ यह हैं कि यह रोजगार का अच्छा साधन बन चुका हैं. भारत में भी यह एक बड़े सेवा उद्योग का रूप ले चुका हैं.
इसका योगदान देश के सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में 6.23 प्रतिशत हैं एवं कुल रोजगार में 8.78 प्रतिशत हैं. भारत में हर वर्ष 50 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं तथा 50 लाख से अधिक घरेलू पर्यटक भी पर्यटन के लिए आते हैं.
पर्यटन के दृष्टिकोण से पहाड़ी क्षेत्र समुद्री तट एवं जंगल काफी महत्वपूर्ण एवं आनन्ददायक होते हैं. समुद्री तट की सैर एवं सूर्य स्नान का अपना अलग ही आनन्द हैं.
जंगल के विविध प्राणियों को देखने का रोमांच ही अलग होता हैं. गर्मी के मौसम में पहाड़ी क्षेत्रों की सैर का आनन्द दुगुना हो जाता हैं.
भारत में प्रायः हर राज्य पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं. आंकड़े बताते हैं कि आगरा का ताजमहल देखने प्रतिवर्ष लाखों देशी विदेशी पर्यटक आते हैं.
लोगों के पर्यटन के प्रति रुझान के कारण ही पर्यटन मंत्रालय ने भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2002 ई में अतुल्य भारत इनक्रेडिबल इंडिया की शुरुआत की थी. इसके अंतर्गत अतुल्य भारत सम्बन्धी विज्ञापन जन संचार के माध्यमों में प्रकाशित एवं प्रसारित किया जाता हैं.
इसमें भारतीय पर्यटन की विशेषताओं का उल्लेख किया जाता हैं. विश्वभर में इस प्रचार अभियान ने भारत को एक ऐसे पर्यटन स्थल के रूप में दर्शाया है जिसमें कलाप्रेमियों, संस्कृति प्रेमियों, फिल्म प्रेमियों और रोमांच की तलाश में निकले पर्यटकों की खासी दिलचस्पी हुई.
दुनियाभर के पर्यटकों के समक्ष भारत को एक उत्कृष्ट पर्यटक स्थल के रूप में पेश करने वाले इस अतुल्य भारत विज्ञापन अभियान को ब्रिटेन द्वारा सर्वाधिक सृजनात्मक मीडिया अभियान के रूप में सम्मानित किया गया.
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने पुरानी हवेलियों, किलों, दुर्गों के अलावा 1950 से पूर्व निर्मित आवासीय भवनों में चल रहे होटलों के लिए हेरिटेज होटल नाम का नया वर्ग बनाया हैं.
इसके अलावा भारत सरकार ने 2002 में नई राष्ट्रीय पर्यटन नीति घोषित की हैं, जिसमें देश को इस क्षेत्र में एक ग्लोबल ब्रांड बनाने की बात कही गई थी.
बहरहाल भारत मनमोहक दृश्यों, ऐतिहासिक महत्व के स्थानों तथा शानदार शहरों, सुनहरें तटों, धुंध वाले पर्वतों, रंग बिरंगे लोगों, सम्रद्ध संस्कृति और त्योहारों का देश हैं. यह विदेशी यात्रियों के लिए लोकप्रिय गन्तव्य के रूप में अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य पर अपनी पहचान बना रहा हैं.
भारत की यात्रा पर्यटकों के लिए असाधारण होती है, क्योंकि आश्चर्यों से भरे इस देश में दक्षिण के सुंदर समृद्ध तट उत्तर में प्राचीन सभ्यताओं के अवशेष, विशाल पर्वत, लम्बी घाटियाँ, हरे भरे मैदान एवं उष्णकटिबंधीय वर्षावन जैसे दिलकश नजारे लोगों का मन मोहते हैं.
इसलिए कहा जाता हैं कि यदि आप विश्वभ्रमण कर चुके हैं, तो आपने अब तक केवल आधी दुनियां ही देखी है, और यदि आपने भारतीय उप महाद्वीप का भ्रमण कर लिया हैं.
तो आपने पूरी दुनियां देख ली हैं. अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और परम्परागत आध्यात्मिकता के कारण भारत प्राचीन काल से ही विश्वभर के उत्साही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा हैं.
पर्यटन को एक उद्योग का दर्जा दिए जाने के बाद भारत में इस क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई हैं. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भी भारत की साख बढ़ी हैं.
इस तरह पर्यटन के दृष्टिकोण से भारत वास्तव में दुनिया में अतुल्य हैं. आने वाले कुछ वर्षों में भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में निसंदेह और वृद्धि होगी.
Leave a Comment Cancel reply
पर्यटन का महत्व पर निबंध – Essay on importance of tourism in Hindi
पर्यटन का महत्व पर निबंध: पर्यटन एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र है जो विभिन्न देशों और क्षेत्रों को एक साथ जोड़ता है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसका सांस्कृतिक आदान-प्रदान, अर्थव्यवस्था और मानवीय संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
पर्यटन का महत्व पर निबंध
प्रस्तावना – पर्यटन के लाभ – पर्यटन से ज्ञान – राष्ट्रीय एकता और पर्यटन – अर्थव्यवस्था और पर्यटन – भारत में पर्यटन – उपसंहार
एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करने और उस स्थान को जानने की जिज्ञासा मानव मन में पर्यटन की प्यास जगाती है। पर्यटन जीवन की नीरसता से अस्थायी राहत दिलाता है। ऐसा करने से वह सुकून के पल का भरपूर आनंद उठा सकता है।
पर्यटन विश्व के विभिन्न कोनों से लोगों को एक ही स्थान पर आने-जाने की सुविधा प्रदान करता है। यह विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बारे में जानने के लिए ज्ञान के सीमांकन में सहायक भूमिका निभाता है। जब कोई व्यक्ति पर्यटन के संपर्क में आता है तो वह जाति, धर्म, भाषा और वर्ण के भेदभाव के बिना विभिन्न देशों के विभिन्न लोगों से मिलता है। उस स्तर पर विभिन्न आकार, प्रकृति, विश्वास और प्रथाओं के विभिन्न आंदोलनों से जुड़े लोग पाए जा सकते हैं। पर्यटकों की भूमिका यहीं तक सीमित नहीं है। वह अलग-अलग स्वभाव, अलग-अलग शैली और अलग-अलग रीति-रिवाजों वाले लोगों से मिलते हैं। वह उनसे नए गुण और नए धर्म प्राप्त करना पसंद करता है। एक यात्री विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के प्रति सहानुभूति दिखाकर स्वयं का विकास करता है।
पर्यटन के लाभ
पर्यटन हमें आनंद देता है। जब कोई व्यक्ति विभिन्न कार्यों में उलझ जाता है और बोझिल हो जाता है या बिना कुछ करने के लिए घर पर दिन बिताता है, तो वह बाहर जाकर कुछ देर आराम करना चाहता है। यात्रा हमारे मन की थकान को दूर करती है। यात्रा के दौरान लंबे समय से दूर रहने वाले अपने प्रियजनों और रिश्तेदारों से मिलना एक विशेष संबंध माना जाता है। ऐतिहासिक स्मारकों, सांस्कृतिक स्थलों, मठों, मंदिरों और प्रकृति की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद हम तब लेते हैं जब हम नए परिवेश में दूर-दूर तक यात्रा करते हैं, यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि यह दुख से छुटकारा पाने के लिए एक अचूक दवा है।
पर्यटन से ज्ञान
पर्यटन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। यह हमारे ज्ञान की परिभाषा को बढ़ाता है। छात्र शहर या उप-शहरी क्षेत्रों में स्थित कला दीर्घाओं, कोयला खदानों, चिड़ियाघरों और विज्ञान पार्कों में जाकर बहुत कुछ सीखते हैं। इन सभी चीज़ों के बारे में, जो उन्हें स्कूल में किताबें पढ़कर नहीं मिल पातीं, यात्रा के दौरान वे अलग-अलग चीज़ें अपने दिमाग में रख सकते हैं। किताबें हमें कभी भी वह सारी ख़बरें नहीं दे सकतीं जो पर्यटन हमें प्रदान करता है। लेकिन जो आंखों से देखा जाता है, उसका प्रतिबिम्ब सदैव जीवित रहने वाले व्यक्ति के मन में बन जाता है। पर्यटन मानव अवलोकन और पर्यवेक्षण शक्तियों को बढ़ाता है। कम समय में कई स्थानों का भ्रमण करने के बाद मन और हृदय अत्यंत आनंद से उत्साहित हो जाता है। अप्रत्यक्ष रूप से यह हमारे ज्ञान को बढ़ाता है। पर्यटन का स्वास्थ्य पर प्रभाव काफी पड़ता है।
पर्यटन मानव अवलोकन और पर्यवेक्षण शक्तियों को बढ़ाता है। कम समय में कई स्थानों का भ्रमण करने के बाद मन और हृदय अत्यंत आनंद से उत्साहित हो जाता है। अप्रत्यक्ष रूप से यह हमारे ज्ञान को बढ़ाता है। पर्यटन का स्वास्थ्य पर प्रभाव काफी पड़ता है।
राष्ट्रीय एकता और पर्यटन
राष्ट्रीय एकता बनाये रखने में पर्यटन की भूमिका आवश्यक है। इस क्षेत्र में अलग-अलग लोग जाति, धर्म और जाति से ऊपर उठकर एक-दूसरे के प्रति मित्रता के सूत्र से बंधे होते हैं। ऐसा देखा गया है कि नए लोगों के संपर्क में आने से दूरदराज के इलाकों के लोगों को काफी फायदा होता है। यहां एक-दूसरे को भाईचारे के प्यार की डोर में बांधना आसान है।
अर्थव्यवस्था और पर्यटन
पर्यटन उद्योग का एक मजबूत स्तंभ। इसकी वृद्धि में होटल, परिवहन, फोटोग्राफी, हस्तशिल्प आदि व्यवसाय प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने की संभावना है। पर्यटन के कारण देश या राज्य की विभिन्न सेवाओं जैसे हवाई अड्डे, रेलवे, सड़क, बंदरगाह, बिजली, टेलीफोन, जल आपूर्ति आदि की मांग लगातार बढ़ रही है। यदि ये सभी बुनियादी ढाँचे विकसित नहीं किए गए तो पर्यटकों को यहाँ आने के लिए आकर्षित करना आसान नहीं है। पर्यटन के कारण कई क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या कुछ हद तक कम हो गई है। देश में जितने अधिक पर्यटक विदेशों से आएंगे, हमारी विदेशी मुद्रा आय उतनी अधिक होगी। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार के सामान, मशीनरी या किसी अन्य निर्यात में कोई कठिनाई नहीं होगी।
भारत में पर्यटन
भारत में तीर्थयात्रा और पारिवारिक यात्राएँ बहुत लोकप्रिय हैं। पर्यटन के इतिहास में हमारे भारत में फाहियान और ह्वेनसांग का नाम सोने में अंकित है। कोलंबस ने भारत का दौरा किया और एक पूरी नई दुनिया की खोज की। वास्कोडागामा भी इसी उद्देश्य से भारत आया था।
पर्यटन ने आज अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य को पूरी दुनिया में फैला दिया है। विश्व शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र के नियमित सत्र में पूरे विश्व के नेता एक साथ आते हैं। वे विश्व सम्मेलनों में भी भाग लेते हैं। आर्थिक संबंध स्थापित करने के लिए समय-समय पर विभिन्न देशों का दौरा करना उनके लिए एक सामान्य नियम बन गया है।
पर्यटन हमें दुनिया में सामाजिक इंसान के रूप में स्थापित करता है। ऐसा लगता है मानो यह इंसान इतनी बड़ी दुनिया में एक परिवार की सीमा पर केवल एक ग्रंथि से बंधा हुआ है।
आपके लिए: –
- पर्यटन पर निबंध
- भारतीय त्योहारों पर निबंध
- भारतीय अर्थव्यवस्था पर निबंध
- राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध
तो दोस्तों ये पर्यटन का महत्व पर निबंध । हम सबको ये याद रखना होगा की पर्यटन एक महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग है जो समृद्धि, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देता है। इसलिए, हमारे लिए इसे समझना और समर्थन करना महत्वपूर्ण है ताकि हम एक सशक्त और समृद्ध समाज की ओर बढ़ सकें।
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
पर्यटन का महत्व
पर्यटन का तात्पर्य है , घूमना -फिरना। घूमने फिरने से हर स्थान , लोगो के रहन- सहन , बोल चाल , लोगो की सोच इत्यादि का पता चलता है। लोग दैनिक जीवन में परिश्रम करते है और दफ्तर से घर के चक्कर में समय बीत जाता है। जब व्यक्ति कुछ दिनों की छुट्टी लेकर अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूमने जाता है , उसका मन ख़ुशी से भरा हुआ रहता है। वह मानसिक तनाव और थकान को भूल जाता है। घूमने फिरने से लोगो का मन प्रसन्न रहता है। देश के राज्यों की सैर से कई जगहों के ऐतिहासिक और भूगोलिक स्तर पर जानकारी मिलती है। हर स्थान पर जहां हम घूमने जाते है , हम अपनी यादें समेट लेते है।
जब हम देश -विदेश की सैर करते है , तो हमे कई तरह की जानकारी प्राप्त होती है। हमें पुस्तकों के माध्यम से देश और विदेश के कई लोकप्रिय स्थानों के बारे में पढ़ते है। लेकिन जब हम खुद इन स्थानों के दर्शन करने जाते है , तो हमे अलग ही अनुभव होता है। उस जगह से जुड़े बारीक चीज़ो को हम अच्छी तरह से जान और समझ पाते है। वहाँ पर रहने वाले लोगो के रहन सहन को करीब से जान पाते है। यही सब कारण है जिसने पर्यटन के महत्व को बढ़ा दिया है। हमे विदेशो के सभ्यता और संस्कृति के विषय में अनगिनत जानकारी मिलती है। यह सब तभी संभव होता है , जब लोग वहाँ घूमने जाते है।
जो व्यक्ति देश या विदेश में अधिक यात्रा करता है , उसका ज्ञान भी बढ़ता है। उसका अनुभव पुस्तकीय ज्ञान से अधिक होता है। प्राचीन समय में जब सभ्यता का नामोनिशान ना था , तब आदिमानव भी एक जगह टिक कर नहीं रहते थे। वह यहां वहाँ घूमते थे और ऐसे ही उन्होंने कई आविष्कार किये। आज यातायात की सुविधाओं में विकास हुआ है। हम बस , कार , हवाई जहाज , रेलगाड़ी इत्यादि की सहायता से कम समय में गंतव्य स्थान तक पहुँच जाते है।
वातानुकूलित यंत्रो के आविष्कार के बाद मनुष्य को यात्रा के वक़्त कोई परेशानी नहीं होती है।मनुष्य के मनोरंजन और ज्ञानवृद्धि के लिए घूमना फिरना ज़रूरी है। इससे हमारे मन में मौजूद अन्धविश्वाश और शंका दूर हो जाती है। हम विभिन्न लोगो को जान पाते है और नए जगह से वाकिफ होते है। जब हम दुनिया के अलग अलग देशो का भ्रमण करते है , तो यह पूरी दुनिया जैसे अपनी सी लगती है। अपने परिवार और मित्रो के साथ विभिन्न जगहों की यात्रा करते है और उस जगह से संबंधित विषयो की चर्चा करते है। वहाँ के लोगो की संस्कृति को जानकर जिज्ञासा और अधिक बढ़ जाती है।
आजकल के समय में पर्यटन एक बहुत बड़ा व्यवसाय बन गया है। आजकल देश के कई राज्यों में लोगो को भ्रमण करवाने के लिए पर्यटन ऑफिस खुल गए है। वहाँ रेल या हवाई जहाज की टिकट से लेकर लोगो को निर्धारित जगह के दर्शन और सैर कराने से लेकर, होटल बुकिंग इत्यादि व्यवस्था पर्यटन ऑफिस करते है। पर्यटक को घूमकर आनंद मिलता है और वहीं बहुत लोगो को इससे रोजगार प्राप्त होता है।
देश के कई राज्यों में जहां प्रकृति के खूबसूरत नज़ारे और पर्वत है , वहां ज़्यादातर पर्यटन व्यवसाय यानी टूरिज्म दफतरो ने अपनी जगह बना ली है। पर्यटन उद्योग का कारोबार बेहद अच्छा चल रहा है। पर्यटक को उनके मुताबिक आरामदायक यात्रा प्रदान करवाने के लिए उन्हें (पर्यटन दफ्तरों , दुकानों इत्यादि ) काफी पैसे मिलते है। पर्यटक के कारण ही यह पर्यटन स्थल विकसित होते है। जितने अधिक पर्यटक होंगे , पर्यटन स्थलों का महत्व उतना अधिक बढ़ जाता है।
पर्यटन कई तरह के होते है। कुछ स्थान पर्वतों के लिए प्रसिद्ध होते है , तो कुछ स्थान अपने कभी ना खत्म होने वाले समुन्दर के लिए , कुछ अपने वनो के लिए। कुछ स्थान ऐसे भी जो धार्मिक विशेषता से परिपूर्ण होते है , ऐसे स्थान अपने तीर्थ यात्रा के लिए मशहूर होते है , जैसे हरिद्वार , केदारनाथ , बदरीनाथ इत्यादि |
कुछ स्थल जैसे लाल किला , विक्टोरिया मेमोरियल , ताज महल इत्यादि अनगिनत स्थल है जिनका अपना ऐतिहासिक महत्व है। सभी स्थलों के विभिन्न महत्व है और लोग अपनी रूचि के अनुसार वहाँ भ्रमण करने जाते है। पर्यटन से अनिगिनत फायदे है। विदेशो से कई लोग हमारे देश की सुंदरता को निहारने आते है। इससे पर्यटन व्यवसाय का बहुत लाभ होता है।
पर्यटन व्यापार से हमारे देश को विदेशी मुद्रा प्राप्त होते है जो कि देश के लिए बेहद फायदेमंद है। हर वर्ष विदेशो से कई लोग हमारे देश की खूबसूरती को देखने आते है। वह कई होटलो में रहते है और कई दुकानों से खरीदारी करते है। इससे राज्यों के पर्यटन व्यवसाय को काफी लाभ पहुँचता है। 2010 के पश्चात भारतीय पर्यटन उद्योग का बहुत फायदा हुआ है। लोग पर्यटन स्थलों पर जाकर फोटोग्राफी और वीडियो करते है। लोग जिस भी जगह घूमने जाते है , वह कैमरे में उस स्थान से जुड़े पलो को कैद कर लेते है।
पर्यटन के वजह से हमे कई संस्कृतियों के बारे में जानने को मिलता है। यात्रा के समय कई स्थानीय लोगो के संग रूबरू होने के मौका मिलता है। पर्यटन के कारण लोगो में हिम्मत , रोमांच और मनोरंजन का संचार होता है। लोग ख़ुशी के संग हर स्थल को जानते है और उनके विषय में ज्ञान अर्जित करते है। इसलिए पर्यटन का अपना विशेष महत्व है।
- महान व्यक्तियों पर निबंध
- पर्यावरण पर निबंध
- प्राकृतिक आपदाओं पर निबंध
- सामाजिक मुद्दे पर निबंध
- स्वास्थ्य पर निबंध
- महिलाओं पर निबंध
Related Posts
दहेज प्रथा पर निबंध
शिक्षा में चुनौतियों पर निबंध
हर घर तिरंगा पर निबंध -Har Ghar Tiranga par nibandh
आलस्य मनुष्य का शत्रु निबंध, अनुछेद, लेख
मेरा देश भारत पर निबंध | Mera Desh par nibandh
1 thought on “पर्यटन का महत्व”
Thanku so much for this essay.. Today is my hindi exam and it’s gonna help me a lot😍
IMAGES
VIDEO