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क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi)

क्रिसमस

बच्चे क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार करते है। वो मानते है सांता आएगा और उन लोग के लिए ढेर सारा गिफ्ट लाएगा। क्रिसमस एक बड़ा त्योहार है जिसे लोगों द्वारा ठंड के मौसम में मनाया जाता है। इस दिन। पर सभी एक सांस्कृतिक अवकाश का लुत्फ उठाते है तथा इस अवसर सभी सरकारी (स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, शिक्षण संस्थान, प्रशिक्षण केन्द्र आदि) तथा गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।

क्रिसमस पर 10 वाक्य  ||  क्रिसमस ट्री पर 10 वाक्य

क्रिसमस त्योहार 2021 पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on Christmas Festival 2021 in Hindi, Christmas par Nibandh Hindi mein)

यहाँ मैंने क्रिसमस 2021 पर कुछ छोटे तथा कुछ बड़े निबंध दिए है, जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं, उम्मीद करती हूँ कि ये सभी निबंध (Christmas par Nibandh) आपको पसंद आयेंगे।

निबंध 1 (300 शब्द)

ईसाई समुदायों के लिये क्रिसमस एक महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि ये पूरी दुनिया में दूसरे धर्मों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है। ये एक प्राचीन उत्सव है जो वर्षों से शीत ऋतु में मनाया जाता है। ये प्रभु ईशु के जन्मदिवस पर मनाया जाता है। पारिवारिक सदस्यों में सभी को सांता क्लाज़ के द्वारा क्रिसमस की मध्यरात्रि में उपहार बाँटने की बड़ी परंपरा है।

क्रिसमस का त्योहार (Christmas Festival)

सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है। वो अपने माता-पिता से पूछते है कि कब सांता आयेगा और अंततः: बच्चों का इंतज़ार खत्म होता है और ढ़ेर सारे उपहारों के साथ सांता 12 बजे मध्यरात्रि को आता है।

परंपरा और मान्यता (Traditions and Rituals on Christmas)

क्रिसमस के त्यौहार में यह एक परंपरा है कि लोग इस दिन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को सुन्दर ग्रीटिंग कार्ड भेजते और देते हैं। हर कोई परिवार के लोग और दोस्त रात के दावत में शामिल होते है।

इस पर्व में मिठाई,  चॉकलेट,  ग्रीटींग कार्ड,  क्रिसमस पेड़, सजावटी वस्तुएँ आदि भी पारिवारिक सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदार और पड़ोसियों को देने की परंपरा है। लोग पूरे जनून के साथ महीने के शुरुआत में ही इसकी तैयारियों में जुट जाते है। इस दिन को लोग गाने गाकर, नाचकर, पार्टी मनाकर, अपने प्रियजनों से मिलकर मनाते है। प्रभू ईसा, ईसाई धर्म के संस्थापक के जन्मदिवस के अवसर पर ईसाईयों द्वारा इस उत्सव को मनाया जाता है। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति की रक्षा के लिये प्रभु ईशा को धरती पर भेजा गया है।

पूरी दुनिया में क्रिसमस, युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।

निबंध 2 (400 शब्द)

क्रिसमस ईसाइयों का त्यौहार है यह पूरे विश्व में 25 दिसंबर को धूम-धाम से मनाया जाता है। लोगों द्वारा पूरी दुनिया में क्रिसमस को मनाया जाता है, इसे खासतौर से ईसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल 25 दिसंबर के दिन मनाया जाता है। इसे प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, क्रिया-कलाप और खुशी के साथ मनाते है। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है।

क्रिसमस पर केक का महत्व (Importance of Cake on Christmas)

इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। इस दिन की मध्यरात्रि को 12 बजे सेंता क्लाज हर एक के घर आते है और चुपचाप बच्चों के लिये उनके घरों में प्यारे-प्यारे उपहार रखते है। अगली सुबह ही अपनी पसंद के उपहार पाकर बच्चे भी बहुत खुश होते है। इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, कार्यालय और दूसरे सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान आदि बंद रहते है। पूरे दिन ढेर सारे क्रिया-कलापों द्वारा क्रिसमस अवकाश के रुप में लोग इसका आनन्द उठाते है।

लोग बड़े डिनर पार्टी का लुत्फ  उठाते है जिसे भोज कहते है। इस खास मौके पर ढ़ेर सारे लजीज़ व्यंजन, मिठाई, बादाम आदि बनाकर डाईनिंग टेबुल पर लगाते है। सभी लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है, नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रिया-कलापों के द्वारा कर खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है।

क्रिसमस के विषय में कुछ तथ्य (Facts about Christmas)

  • क्रिसमस का त्यौहार व्यापारियों के लिए सबसे ज्यादा मुनाफा वाला समय होता है।
  • एक पुस्तक के अनुसार क्रिसमस के पेड़ की शुरुआत सन 1570 में किया गया था।
  • क्रिसमस के पर्व के लिए प्रति वर्ष यूरोप (Europe) में 60 लाख पेड़ उगाये जाते हैं।

क्रिसमस आनंद एवं खुशियों का त्यौहार है। इस अवसर पर ईसाई अपने मित्रों और निकट सम्बन्धियों को भोजन एवं पार्टी के लिए आमंत्रित करते है। यह लोगों को आपस में जोड़ता है। इसके साथ ही क्रिसमस के आनंद गान बहुत महत्वपूर्ण है। आनंद गीत ईसा मसीह के जन्म की कहानी से सम्बंधित होती है।

यह भी पढ़ें – स्कूल में क्रिसमस उत्सव पर निबंध

Essay on Christmas in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

क्रिसमस, यीशु के जन्म का सम्मान करने वाली एक ईसाई अवकाश,  दुनिया भर में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष उत्सव में विकसित हुई है, जिसमें उत्सवों में कई पूर्व-ईसाई और मूर्तिपूजा परंपराएं शामिल हैं। हर्ष और खुशी का एक बड़ा उत्सव है क्रिसमस। ये प्रभु ईशा (ईसाई धर्म के संस्थापक) के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल 25 दिसंबर को शीत ऋतु में मनाया जाता है। इस दिन को क्रिसमस डे के रुप में प्रभु ईशा को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के लिये मनाया जाता है।

क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। इसे सभी धर्मों के लोगों द्वारा मनाया जाता है, खासतौर से ईसाई समुदाय द्वारा। इस दिन सभी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते है और खूब मस्ती करते है। सभी एक-दूसरे को “मैरी क्रिसमस” कहकर बधाइयाँ देते है तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है।

क्रिसमस की तैयारी (Christmas Preparations)

लगभग एक महीने पहले से ही क्रिश्चन इस त्योहार की तैयारियाँ करने लगते है। इस दिन पर घर, कार्यालय, चर्च आदि की सफाई करते है: पोताई करना और कागज तथा प्राकृतिक फूलों से अच्छे से सजाना, चित्र, दीवार पर ध्वज पट लगाना। आकर्षक दिखने के लिये बाजारों को भी सजाया जाता है और हम देख सकते है कि बाजार क्रिसमस कार्ड, सुंदर ग्लासेज़, उपहार, सीनरी, खिलौने आदि से भर जाता है। लोग अपने घरों के बीच में क्रिसमस के पेड़ को सजाते है और उसको ढ़ेर सारे उपहार जैसे कि चौकोलेट, कैंडिज़, गुब्बारे, गुड़ीया, चिड़ीया, फूल, लाइटें आदि से इसे चमकदार और सुंदर बनाते है।

भजन गाते है तथा अपने मित्र, सगे-संबंधियों, और पड़ोसियों में उपहारों का आदान-प्रदान करते है। इस दिन ये लोग एक बड़े भोज का आयोजन करते है जिसमें लजीज़ पकवानों से सभी का स्वागत किया जाता है। दावत के बाद सभी लोग गीत-संगीत पर झूमते है और रात में गाना गाते है। ये बहुत ही जोश और खुशी का उत्सव है जिसे पूरी दुनिया में मस्ती के साथ मनाया जाता है।

क्रिसमस का इतिहास (History of Christmas)

क्रिसमस एक पवित्र धार्मिक अवकाश और एक विश्वव्यापी सांस्कृतिक और वाणिज्य घटना दोनों है। दो सहस्राब्दी के लिए, दुनिया भर के लोग इसे परंपराओं और प्रथाओं के साथ देख रहे हैं जो प्रकृति में धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष दोनों हैं। ईसाई नासरी के यीशु के जन्म की सालगिरह के रूप में क्रिसमस दिवस मनाते हैं, एक आध्यात्मिक नेता जिनकी शिक्षाएं उनके धर्म का आधार बनाती हैं। लोकप्रिय रीति-रिवाजों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाने, चर्च में भाग लेने, परिवार और दोस्तों के साथ भोजन साझा करने और, निश्चित रूप से, सांता क्लॉज आने का इंतजार करना शामिल है। 25 दिसंबर-क्रिसमस दिवस 1870 से संयुक्त राज्य अमेरिका में संघीय अवकाश रहा है।

यह त्योहार सभी के मन और हृदयों को पवित्रता के भाव से ओतप्रोत करता है और नयी ऊर्जा के माध्यम से हमें प्रेरित करता है कि अनेक कठिनाइयों का सामना करने पर भी हमें सन्मार्ग का त्याग नहीं करना चाहिए तथा दूसरों को भी पवित्रता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए यथासंभव सहयोग करना चाहिए ।

निबंध 4 (600 शब्द)

ईसाइयों के लिये क्रिसमस एक बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है हालाँकि इसे दूसरे धर्मों के लोग भी मनाते है। इसे हर साल पूरे विश्व में दूसरे उत्सवों की ही तरह खुशी, हर्ष और जोश के साथ मनाया जाता है। ये हर साल 25 दिसंबर शीत ऋतु के मौसम में आता है। प्रभु ईशु के जन्मदिवस के अवसर पर क्रिसमस डे को मनाया जाता है। 25 दिसंबर को बेथलेहेम में ज़ोसेफ (पिता) और मैरी (माँ) के यहाँ प्रभु ईशा का जन्म हुआ था।

क्रिसमस कब और क्यों मनाया जाता है? (When and Why Christmas is Celebrated)

क्रिसमस यीशु मसीह के जन्म का जश्न है। कुछ लोग क्रिसमस को अलग-अलग मनाते हैं, लेकिन यह सब मसीह के जन्म पर आधारित है। क्रिसमस 25 दिसंबर को है। यह वह दिन है जब यीशु का जन्म हुआ था। कोई भी वास्तव में यीशु की जन्म तिथि की सटीक तारीख को नहीं जानता है। फिर भी, 137 ईस्वी में, रोम के बिशप ने क्राइस्ट बच्चे के जन्मदिन को एक गंभीर दावत के रूप में मनाया जाने का आदेश दिया। 350 ईस्वी में, जूलियस प्रथम नाम का एक और रोमन बिशप 25 दिसंबर को क्रिसमस (मसीह की मास) के पालन दिवस के रूप में 25 दिसंबर का चयन करता है।

क्रिसमस की गीत और सजावट (Christmas – Song and Decoration)

आनंद गीत बहुत ही प्रसिद्ध है, ये क्रिसमस के दिन गया एवं बजाय जाता है। इस दिन पर सभी घर और चर्च की सफाई होती है, सफेद पुताई और ढेर सारे रंग-बिरंगे रोशनीयों, सीनरी, मोमबत्तियाँ, फूल और दूसरी सजावटी चीजों से इनको सजाया जाता है। सभी एक साथ इस उत्सव में शामिल होते है चाहे वो गरीब हो या अमीर और खूब धमाचौकड़ी के साथ इसको मनाते है। अपने घरों के बीच में सभी क्रिसमस के पेड़ को सजाते है। वो इसे इलेक्ट्रिक लाईट, उपहारों, गुबारों, फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों तथा दूसरे वस्तुओं से सजाते है। क्रिसमस का पेड़ बेहद सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। इस अवसर सभी लोग पर अपने दोस्त, परिवार, रिशतेदारों और पड़ोसियों के साथ क्रिसमस के पेड़ के सामने खुशी मनाते है। सभी नृत्य, संगीत, उपहारों को बाँटकर और लजीज़ पकवानों के साथ इस उत्सव में शरीक होते है।

क्रिसमस का उपहार (Christmas Gifts)

इस दिन ईसाई लोग भगवान से प्रार्थना करते है। प्रभु ईशा के सामने वो अपनी गलतीयों के लिये माफी माँगते है। अपने भगवान ईसा मसीह के गुणगान में लोग पवित्र भजन गाते है, बाद में वो अपने बच्चों और मेहमानों के लिये क्रिसमस के उपहार बाँटते है। इस दिन पर अपने मित्रों और रिश्तेदारों को क्रिसमस के कार्ड देने की परंपरा है। सभी क्रिसमस भोज के बड़े उत्सव में शामिल होते है और अपने पारिवारिक सदस्यों और मित्रों के साथ खुशबूदार पकवानों का लुफ्त उठाते है। बच्चे इस दिन का बहुत उत्सुकता से इंतजार करते है क्योंकि उनको ढेर सारे उपहार और चौकेलेट मिलते है। क्रिसमस का उत्सव स्कूल और कॉलेजों में एक दिन पहले 24 दिसंबर को मनाया जाता है, उस दिन बच्चे सांता क्लाज की ड्रेस या टोपी पहनकर स्कूल जाते है।

इस दिन को लोग देर रात तक नृत्य-संगीत में झूम कर या मॉल और रेस्टोरेंट में जाकर मनाते है। ईसाई धर्म के लोग प्रभु ईशू की पूजा करते है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु (भगवान के संतान) को लोगों के पास उनके जीवन को बचाने और उनको पाप और दुखों से रक्षा करने के लिये पृथ्वी पर भेजा गया था। ईसा मसीह के अच्छे कार्यों को याद करने के लिये क्रिसमस का ये उत्सव ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है और हम ढ़ेर सारा प्यार और सम्मान देते है। ये सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।

Related Information:

  • क्रिसमस पर भाषण
  • क्रिसमस पर नारा
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क्रिसमस त्योहार पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions on Christmas Festival in Hindi)

उत्तर – 330 ई. में रोम देश के लोगों द्वारा सर्व प्रथम यह त्योहार मनाया गया।

उत्तर – क्रिसमस मुख्यत: ईसाइ धर्म के लोगों का त्योहार है परन्तु दुनिया के सभी धर्मो के लोग इस पर्व को बड़े उत्साह से मनाते है।

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Updated On: December 17, 2024 03:35 PM

क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व समझाने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने को दिया जाता है। यहां से आप क्रिसमस पर निबंध लिखना सीख सकते है।

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क्रिसमस पर निबंध

क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi): क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस का महत्व (Importance of Christmas) समझाने और क्रिसमस की सभी जानकारियों के बारें में बताने के लिए कई बार विद्यालयों में छात्रों को क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखने का कार्य दिया जाता है। कई बार तो छोटी कक्षा में महत्वपूर्ण अंक के लिए क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi) लिखने का प्रश्न पूछ लिया जाता है। यहां क्रिसमस के बारे में हिंदी पैराग्राफ (About Christmas in Hindi Paragraph) यहां दिये गये है। बहुत से छात्र/छात्राओं को क्रिसमस पर हिंदी में निबंध (Hindi Essay on Christmas) लिखने में समस्या आती है या फिर हिंदी विषय पर उनकी पकड़ मजबूत नहीं होती है, ऐसे में क्रिसमस पर निबंध हिंदी में (christmas in hindi) लिखने में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए आप यहां से क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas) लिखना सीख सकते है। इस लेख के माध्यम से आपकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। क्रिसमस पर निबंध (Christmas Nibandh in Hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपको ना सिर्फ क्रिसमस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें (How to Write Essay on Christmas in Hindi) , इसकी जानकारी मिलेगी बल्कि आपको किसी भी अन्य निबंध को कैसे लिखा जाए, ये भी पता चलेगा। ये भी पढ़ें: - दशहरा पर निबंध

क्रिसमस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Christmas in 100 words)

क्रिसमस पर निबंध (Christmas Par Nibandh): क्रिसमस क्रिश्चियन समुदाय का सबसे बड़ा और खुशी का त्योहार है, इस कारण इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है। हर साल 25 दिसंबर को दुनिया भर में क्रिसमस पूरे हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है। क्रिसमस के 15 दिन पहले से ही मसीह समाज के लोग इसकी तैयारियों में जुट जाते हैं। घरों की सफाई की जाती है, नए कपड़े खरीदे जाते हैं, विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं। इस दिन के लिए विशेष रूप से चर्चों को सजाया जाता है। क्रिसमस पर स्कूलों को रोशनी और ईसा मसीह की कहानी बताने वाली कलाकृतियों से सजाया जाता है। इस अवसर पर, स्कूल प्रशासन विशेष सभाओं और निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। छात्र यहां से क्रिसमस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on Christmas in 100 words) लिखना सीख सकते है। क्रिसमस अद्वितीय और महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला एक खुशी का अवसर है। ईसाई धर्म में पूज्य ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में हर साल 25 दिसंबर को यह दिन मनाया जाता है। ईसाई यीशु को ईश्वर का पुत्र और मानवता का उद्धारकर्ता मानते हैं। क्रिसमस क्रिसमस की कहानी पर चिंतन करने, प्यार फैलाने, बंधनों को मजबूत करने और सद्भावना फैलाने का समय है। अपनी धार्मिक जड़ों से परे, क्रिसमस एक वैश्विक सांस्कृतिक त्योहार के रूप में विकसित हुआ है। घरों और सड़कों को सजाना, उपहारों का आदान-प्रदान करना, पारिवारिक समारोह आयोजित करना और पारंपरिक भोजन बनाना कुछ ऐसी चीजें हैं जो लोग क्रिसमस पर करते हैं।

क्रिसमस पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on Christmas in 200 words)

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क्रिसमस- क्रिसमस एक प्रमुख पर्व है। प्रत्येक वर्ष इस पर्व को 25 दिसंबर को मनाया जाता है। क्रिसमस भारत सहित दुनिया भर में मनाए जाने वाले बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। ये त्योहार हर साल ठंड के मौसम में आता है हालाँकि लोग इसे पूरी मस्ती, हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाते है।

ईसामसीह- क्रिसमस प्रभु ईसा के जन्मदिन पर मनाया जाता है, ये ईसाइयों के भगवान है जिन्होंने ईसाई धर्म की शुरुआत की। ये ईसाइयों के लिये एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसके लिये वो लोग ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस उत्सव की तैयारी एक महीने पहले ही शुरु हो जाती है और क्रिसमस के 12 दिनों के बाद ये पर्व खत्म होता है। इस दिन ईसाई लोग अपने घर में तरह -तरह के केक बनाते है। इस दिन लोग क्रिसमस के पेड़ को सजाते है, अपने दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसियों के साथ खुशियाँ मनाते है और उपहार बाँटते है। अवकाश: क्रिसमस के दिनों में छुट्टियां मनाई जाती हैं और धूम-धाम के साथ त्यौहार को मनाया जाता है। क्रिसमस के छुट्टी में पूरे दिन लोग नाचना, गाना, पार्टी मनाना और घर के बाहर डिनर करके खुशी मनाते है। घरों में सजावट की जाती है, अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है केक काटा जाता है। इस दिन केक का बहुत महत्व होता है। लोग एक दूसरे को उपहार स्वरूप केक भी देते है और अपने यहां भोज पर आमंत्रित करते है। प्रसाद: क्रिसमस में प्रसाद की विशेषता होती है, जिसमें केक, बिस्किट, और अन्य मिठाईयां शामिल होती हैं। प्रसाद पाकर बच्चें बहुत खुश होते है और इस दिन बहुत इन्जॉय करते है। यह पर्व बच्चों, बडें, बूढ़ों हर किसी के लिए खास होता है। इस दिन घरों में तरह-तरह के केक और पकवान बनाये जाते है और प्रसाद के तौर पर बाटें जाते है। उत्साह: क्रिसमस के दिनों में लोग उत्साह से भरे होते हैं और खुशी का माहौल बनाते हैं। इस दिन लोग चर्च जाते है और केक काटते है। अपने घरों में लोगों को भोज के लिए आंमत्रित करते है। जन्मदिन की तरह ही इस त्यौहार को भी उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते है। परिवार: क्रिसमस के दिनों में परिवार के सभी सदस्य एकजुट होते हैं और साथ में खाने-पीने का आनंद लेते हैं। इस दिन सभी परिवार के लोग, सगे-सबंधी, दोस्त और सभी लोग गिले-शिकवे मिटा कर एकजुट होकर क्रिसमस का त्योहार मनाते है प्यार से गले मिलते है। इस दिन ईसाई लोग अपने प्रभु ईशु के लिये प्रार्थना करते है, वो सभी भगवान के सामने अपनी गलतीयों और पाप को मिटाने के लिये उसे स्वीकार करते है। ये भी पढ़ें- हिंदी दिवस पर निबंध गीत: क्रिसमस में गीतों का महत्वपूर्ण स्थान होता है, जैसे कि "जिंगल बेल्स", "सांता क्लॉज आ रहा है", और "ओ कोम ऑल इ फेथफुल"। इस दिन लोग नृत्य करते है, गाते है, और मज़ेदार क्रियाओं के द्वारा खुशी मनाते है। इस दिन ईसाई समुदाय अपने ईश्वर से दुआ करते है, अपने सभी गलतियों के लिये माफी माँगते है, पवित्र गीत गाते है और अपने प्रियजनों से खुशी से मिलते है। उपहार: क्रिसमस में विशेष तौर पर केक काटने व एक-दूसरे को उपहार देने की परंपरा होती है, जिसमें लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं और आपसी प्रेम और आदर्शों का प्रतीक बनाते हैं। इस दिन बच्चे सांता क्लौज का इंतजार करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सांता क्लौज उनके लिए गिफ्ट्स लेकर आएंगे। इसके अलावा घर में क्रिसमस ट्री को तोहफों, रंगीन लाइट्स व चमकीले सितारों से सजाया जाता है। दीपावली: क्रिसमस के दिनों में लोग अपने घरों को दीपावली की तरह सजाते हैं और उजाले के लिए कैंडल जलाते हैं। इस पर्व पर दिवाली की तरह ही अच्छे-अच्छे पकवान बनाये जाते है, घरों-ऑफिस बाजारों को सजाते है। क्रिसमस के दिन घरों से लेकर बाजारों तक में दिवाली की तरह ही रौनक रहती है। खुशियां: क्रिसमस में खुशियों का त्योहार मनाया जाता है और लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन सभी लोग एक दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर बधाइयाँ देते हैं तथा एक-दूसरे के घर जाकर उपहार देते है। इस दिन सांता क्लाज़ रात के समय सभी के घरों में जाकर उनको उपहार बाँटता है खासतौर से बच्चों को वो मजाकिया उपहार देता है। बच्चे बड़ी व्याकुलता से सांता और इस दिन का इंतजार करते है।

क्रिसमस (Christmas) पूरी दुनिया में युवा और बूढ़े लोगों द्वारा प्यार किया जाने वाला एक विशेष और जादुई अवकाश है। दुनिया भर में क्रिसमस के बारे में जानने के लिए बहुत कुछ है। अन्य देशों में भी बच्चे, बडें और बूढ़े क्रिसमस का जश्न मनाते हैं। इस तरह क्रिसमस का त्योहार लोगों को सबके साथ मिल-जुलकर रहने का संदेश देता है। ईसा मसीह कहते थे-दीन-दुखियों की सेवा संसार का सबसे बड़ा धर्म है।

क्रिसमस पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Christmas in 10 lines)

  • क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है।
  • यह पर्व ईसाई धर्म के लोग अपने भगवान यीशु मसीह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाते हैं।
  • यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
  • क्रिसमस का यह त्यौहार सभी देशों में बड़े ही जश्न के साथ मनाया जाता है।
  • यह एक धार्मिक उत्सव है जिसका आनंद दुनिया के लगभग सभी धर्मों के लोग लेते हैं।
  • क्रिसमस पर कुछ लोग सांता क्लॉज की वेशभूषा में तैयार होते हैं और बच्चों को चाकलेट तथा उपहार बाटते हैं।
  • क्रिसमस के दिन विश्व के लगभग सभी देशों में सरकारी अवकाश रहता है।
  • क्रिसमस पर लोग एक ख़ास गाना गाते हैं जिसे ‘क्रिसमस कैरोल’ (Christmas Carrol) कहा जाता है।
  • ईसाई लोग इस दिन अपने घरों को रोशनी वाले झालर और लाइटों से सजाते हैं।
  • क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मेला घूमकर क्रिसमस का आनंद उठाते हैं।

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निस्संदेह, यीशु एक यहूदी थे। यीशु का जन्म दुनिया के यहूदी हिस्से गलील में एक यहूदी मां से हुआ था। उनके सभी मित्र, सहयोगी, सहकर्मी, शिष्य, सभी यहूदी थे। वह नियमित रूप से यहूदी सामुदायिक पूजा में पूजा करते थे, जिन्हें हम आराधनालय कहते हैं।

ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला त्यौहार है, क्रिसमस के त्यौहार पर पूरी दुनिया जश्न में डूब जाती है। यूरोपीय देशों में हफ्ते की भर की छुट्टी होती है।

क्रिसमस पारंपरिक रूप से यीशु के जन्म का जश्न मनाने वाला एक ईसाई त्योहार था, लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में, यह एक धर्मनिरपेक्ष पारिवारिक अवकाश भी बन गया, जिसे ईसाई और गैर-ईसाइयों द्वारा समान रूप से मनाया जाता था।

किसी को क्रिसमस की सुखद छुट्टियों की शुभकामनाएँ देना होता है।

हर साल ईसा मसीह के जन्मदिन को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि सांता क्लॉस का असली नाम सांता निकोलस है। कहा जाता है सांता निकोलस बच्चों से बहुत प्यार करते थे। यही कारण है कि उनकी याद में हम सभी क्रिसमस मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं।

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क्रिसमस पर निबंध (Essay on Christmas in Hindi)

क्रिसमस पर निबंध: क्रिसमस पर निबंध क्रिसमस का पर्व ईसाई धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय त्योहार है। यह त्योहार हर साल 25 दिसंबर को प्रभु ईसा मसीह

क्रिसमस पर निबंध: क्रिसमस पर निबंध क्रिसमस का पर्व ईसाई धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय त्योहार है। यह त्योहार हर साल 25 दिसंबर को प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ईसा मसीह, जिन्हें जीसस क्राइस्ट भी कहा जाता है, को ईसाई धर्म में भगवान का पुत्र माना जाता है। उनका जीवन मानवता, प्रेम, और भाईचारे का संदेश देता है। इस दिन को ईसाई धर्म के अनुयायी बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं।

क्रिसमस क्यों मनाया जाता है?

क्रिसमस का त्योहार प्रभु ईसा मसीह के जन्म का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु यीशु ने धरती पर मानवता को पापों से मुक्त करने और प्रेम और शांति का संदेश देने के लिए जन्म लिया। ईसा मसीह का जन्म एक गौशाला में हुआ था, और उनके आगमन को एक तारे ने संकेत दिया, जिसे "बेतलेहम का तारा" कहा जाता है। उनकी शिक्षाओं ने दुनिया को आपसी प्रेम, दया और विश्वास का पाठ पढ़ाया।

क्रिसमस की तैयारी

क्रिसमस की तैयारी कई दिनों पहले से शुरू हो जाती है। लोग अपने घरों को सजाने, उपहार खरीदने और विशेष पकवान बनाने में व्यस्त हो जाते हैं। नीचे क्रिसमस की तैयारियों का वर्णन दिया गया है:

1. घरों की सजावट

क्रिसमस के दौरान घरों को रंगीन रोशनी, फूलों और सितारों से सजाया जाता है। क्रिसमस ट्री (Christmas Tree) को विशेष रूप से सजाने का प्रचलन है। इसे रंगीन गेंदों, सितारों, झूमरों और रिबन से सजाया जाता है।

2. उपहारों का आदान-प्रदान

क्रिसमस पर उपहार देना और लेना एक परंपरा है। लोग अपने परिवार, मित्रों और बच्चों के लिए उपहार खरीदते हैं। बच्चों के बीच सांता क्लॉज़ (Santa Claus) का इंतजार होता है, जो उन्हें तोहफे और मिठाइयाँ देते हैं।

3. विशेष पकवानों की तैयारी

क्रिसमस पर विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, जैसे केक, कुकीज, चॉकलेट और पेस्ट्री। केक बनाने की परंपरा इस त्योहार का मुख्य आकर्षण होती है।

क्रिसमस कैसे मनाया जाता है?

1. चर्च में प्रार्थना.

क्रिसमस की शुरुआत चर्च में प्रार्थना सभा से होती है। लोग प्रभु यीशु को याद करते हैं और उनकी शिक्षाओं का पालन करने का संकल्प लेते हैं। चर्च में विशेष भजन गाए जाते हैं, जिन्हें "कैरल्स" (Carols) कहा जाता है।

2. सांता क्लॉज़ का आगमन

बच्चों के लिए क्रिसमस का सबसे मजेदार हिस्सा सांता क्लॉज़ का आगमन होता है। सांता क्लॉज़ बच्चों को तोहफे और मिठाइयाँ देकर खुश करते हैं।

3. परिवार और मित्रों के साथ समय बिताना

क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ समय बिताते हैं। एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं और मिलकर त्योहार का आनंद लेते हैं।

भारत में क्रिसमस का महत्व

भारत में क्रिसमस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। गोवा, केरल, मिज़ोरम, नागालैंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में यह त्योहार विशेष रूप से भव्य रूप में मनाया जाता है। गोवा में चर्चों की सजावट और प्रार्थना सभा देखने लायक होती है। मॉल, बाजार और गली-चौराहे रंग-बिरंगी रोशनी और सजावट से जगमगा उठते हैं।

क्रिसमस का महत्व और संदेश

क्रिसमस केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा त्योहार है जो प्रेम, शांति, और दया का संदेश देता है। यह हमें दूसरों की मदद करने, गरीबों और जरूरतमंदों का सहारा बनने और मानवता की सेवा करने की प्रेरणा देता है।

निष्कर्ष

क्रिसमस का त्योहार खुशियों और भाईचारे का प्रतीक है। यह त्योहार हमें जीवन में प्रेम और दया का महत्व सिखाता है। चाहे वह चर्च में प्रार्थना हो, सांता क्लॉज़ की कहानियाँ हों, या घरों की सजावट, क्रिसमस हर किसी के जीवन में आनंद और उमंग लाता है। हमें इस त्योहार की मूल भावना को समझते हुए इसे पूरे हृदय से मनाना चाहिए।

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क्रिसमस पर निबंध 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Christmas Essay in Hindi)

Christmas Essay in Hindi – क्रिसमस पर निबंध छात्रों के लिए सीखने का एक महत्वपूर्ण विषय है। क्रिसमस दुनिया के सबसे बड़े वार्षिक त्योहारों में से एक है, जिसमें अरबों लोग इसके सांस्कृतिक समारोहों में भाग लेते हैं। त्योहार दिसंबर के महीने में यीशु मसीह के जन्म की याद दिलाता है; दिलचस्प बात यह है कि ऐतिहासिक रिकॉर्ड और न ही बाइबल में यीशु के जन्म के ठीक दिन का उल्लेख है। क्रिसमस समारोहों के सबसे पुराने रिकॉर्ड 25 दिसंबर, 336 ई. को रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन के समय से देखे जा सकते हैं। आज क्रिसमस पूरी दुनिया में एक ही समय पर मनाया जाता है, चाहे वे ईसाई हों या नहीं। समारोहों में परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, घरों को सजाना और उपहारों का आदान-प्रदान करना शामिल है। कार्यालय और कंपनियां आमतौर पर कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ क्रिसमस मनाने के लिए समय देती हैं, बच्चे अपने नए उपहारों या खिलौनों के साथ खेलने में दिन बिताते हैं। ज्यादातर लोग अपने घरों को क्रिसमस ट्री, लाइट, डेकोरेशन और टिनसेल से सजाते हैं। क्रिसमस के बारे में और दुनिया भर में इसे क्यों मनाया जाता है, इसके बारे में और जानने के लिए पढ़ें।

क्रिसमस निबंध 10 पंक्तियाँ (Christmas Essay 10 lines in Hindi)

  • 1) क्रिसमस एक धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहार है जो ईसाईयों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है।
  • 2) यह यीशु मसीह के जन्म के स्मरणोत्सव का उत्सव है।
  • 3) क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को पूरे जोश के साथ आता है।
  • 4) ईसाई धर्म में लोग ईसा मसीह को ईश्वर के पुत्र के रूप में पूजते हैं और उनका सम्मान करते हैं।
  • 5) यीशु का जन्म ऐसे समय में हुआ था जब समाज में हर जगह लोभ, घृणा और हिंसा थी।
  • 6) वह जगत का प्रकाश था और लोगों को सभी पापों से बचाने आया था।
  • 7) क्रिसमस एक धार्मिक और पारंपरिक त्योहार के रूप में पूरी दुनिया में एक उत्सव है।
  • 8) क्रिसमस की पूर्व संध्या पर लोग चर्च जाते हैं और प्रार्थना करते हैं।
  • 9) लोग, खासकर बच्चे, अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं और एक पार्टी का आयोजन करते हैं।
  • 10) क्रिसमस भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में एक राजपत्रित अवकाश है।

क्रिसमस निबंध 20 लाइनें (Christmas Essay 20 lines in Hindi)

  • 1) क्रिसमस एक ईसाई त्योहार है लेकिन अन्य समुदायों के लोगों द्वारा भी मनाया जाता है।
  • 2) यह सभी के लिए खुशी का त्योहार है।
  • 3) हम क्रिसमस पर ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाते हैं।
  • 4) हमने अपने घरों और बगीचों को उज्ज्वल रूप से रोशन किया।
  • 5) बच्चे परिवार के साथ दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलने बाहर जाते हैं।
  • 6) क्रिसमस पर बच्चों को ढेर सारे तोहफे मिलते हैं।
  • 7) प्रत्येक बच्चा अपने घर में सांता क्लॉज के आने का इंतजार करता है।
  • 8) बच्चों को क्रिसमस पर उनकी माताओं द्वारा तैयार किए गए केक बहुत पसंद आते हैं।
  • 9) हमें गरीबों को उपहार भी देना चाहिए।
  • 10) क्रिसमस हमें प्यार करना और खुश रहना सिखाता है।
  • 11) क्रिसमस एक वार्षिक ईसाई त्योहार है।
  • 12) लोग अपने घरों और चर्चों में मोमबत्तियां जलाते हैं जो मसीह का प्रतीक है।
  • 13) क्रिसमस का जन्म विभिन्न मूर्तियों का उपयोग करके या कला और चित्रों के माध्यम से यीशु के जन्म का चित्रण है।
  • 14) क्रिसमस बारह दिनों तक चलता है जिसे ‘ट्वेलवेटाइड’ के नाम से जाना जाता है, जो 25 दिसंबर से 05 जनवरी तक यीशु के जन्म का जश्न मनाता है।
  • 15) क्रिसमस पर व्हाइट हाउस, वाशिंगटन की सजावट लगभग 40 क्रिसमस ट्री और 14000 गहनों से बहुत मंत्रमुग्ध कर देने वाली है।
  • 16) क्रिसमस समारोह से जुड़े मुख्य रंग लाल, सफेद, हरा, सोना, नीला और बैंगनी हैं।
  • 17) 24 दिसंबर क्रिसमस की पूर्व संध्या है और जब लोग मिडनाइट मास चर्च सर्विस में जाते हैं तो कई रीति-रिवाज और परंपराएं होती हैं।
  • 18) सदाबहार देवदार का पेड़ क्रिसमस ट्री की तरह दिन के समय आभूषणों, टिनसेल, उपहारों से सजाए जाने पर सुंदर दिखता है।
  • 19) कैंडलमास 02 फरवरी को क्रिसमस समारोह के 40 दिनों के अंत का प्रतीक है।
  • 20) लोग कैरोल गाते हैं, व्यंजनों का आनंद लेते हैं, उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, अपने घरों को सजाते हैं और यीशु को याद करते हैं, जिन्होंने लोगों को उनके पापों और दुखों से बचाया था।

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क्रिसमस के बारे में लघु निबंध (Short Essay About Christmas in Hindi)

“क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह – ईश्वर के मसीहा की जयंती के रूप में मनाया जाता है। हालांकि यह एक ईसाई त्योहार है, लेकिन विभिन्न समुदायों के लोग इसे बहुत उत्साह और उत्साह के साथ मनाते हैं।

क्रिसमस ट्री एक कृत्रिम देवदार का पेड़ है जिसे रोशनी, कृत्रिम सितारों, फूलों, खिलौनों और घंटियों से सजाया जाता है। सजावट पूरी होने पर यह सुंदर दिखता है। क्रिसमस के दौरान चर्चों को रोशनी से सजाया जाता है और त्योहारी सीजन की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए लोग बाहर स्टार लालटेन लटकाते हैं। परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर ईसा मसीह की स्तुति में प्रार्थना करते हैं।

क्रिसमस के बारे में बच्चे विशेष रूप से उत्साहित हैं क्योंकि वे क्रिसमस की पूर्व संध्या और क्रिसमस के दिन के शुरुआती घंटों में सांता क्लॉज से मिलने और अपने घरों में उपहार लाने की उम्मीद करते हैं। उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे रखा जाता है जिसे उपहार बक्से में लपेटा जाता है और क्रिसमस के दिन खोला जाता है।

बच्चे क्रिसमस कैरोल गाते हैं, जैसे “जिंगल बेल, जिंगल बेल, जिंगल ऑल द वे” और शुभ दिन का जश्न मनाते हुए विभिन्न स्किट करते हैं। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे सभी धर्मों और धर्मों के लोग प्यार करते हैं। यह हमें अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करने, उपहारों का आदान-प्रदान करने और शांति और सद्भाव में रहने के महत्व की याद दिलाता है। ”

क्रिसमस पर निबंध 100 शब्द (Essay on Christmas 100 words in Hindi)

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है और यह ईसाई समुदाय का सांस्कृतिक त्योहार है। यह मदर मैरी के लिए यीशु के जन्म का प्रतीक है। कहा जाता है कि जीसस का जन्म अस्तबल में हुआ था और वे एक अच्छे चरवाहे थे। यीशु का जीवन कठिनाइयों और बलिदानों में से एक था, और क्रिसमस का उद्देश्य इस तथ्य को स्वीकार करना है। क्रिसमस सभी देशों में एक सार्वजनिक अवकाश है और गैर-ईसाइयों द्वारा भी मनाया जाता है क्योंकि यह एक ऐसा त्योहार है जो सभी संस्कृतियों के लोगों को एकीकृत करता है। क्रिसमस समारोह का केंद्रीय विषय एक दूसरे के प्रति साझा करने, दया और सहानुभूति की भावना रखना है।

क्रिसमस पर निबंध 150 शब्द (Essay on Christmas 150 words in Hindi)

क्रिसमस ईसाइयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पूरी दुनिया में घर में खुशी की भावना लाता है। क्रिसमस उस समय का है जब यीशु का जन्म मदर मैरी के एक छोटे से अस्तबल में हुआ था। यह त्योहार ईसा के इस दुनिया में आगमन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह के जन्म की भविष्यवाणी पहले की गई थी। इसलिए यह त्योहार पारंपरिक ईसाइयों को प्रिय है। इसने अपने धर्म या समुदाय के बावजूद सभी लोगों के बीच व्यापक लोकप्रियता पाई है। यह वह समय होता है जब परिवार एक साथ मिलते हैं और एक दूसरे के लिए स्वादिष्ट खाना बनाते हैं। क्रिसमस ट्री क्रिसमस का एक बड़ा आकर्षण बिंदु है। लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं और इसे घंटियों, गेंदों, चमक और सितारों से सजाते हैं। यह सब मीठे केक पकाने और उन्हें अपने प्रियजनों के साथ साझा करने के बारे में है।

क्रिसमस पर निबंध 200 शब्द (Essay on Christmas 200 words in Hindi)

रोमन कैलेंडर में शीतकालीन संक्रांति की तारीख यीशु के जन्म का प्रतीक है। यह आमतौर पर पूरे विश्व में 25 दिसंबर को मनाया जाता है। त्योहार हमें खुश रहने और खुश रहने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसका एकमात्र उद्देश्य हमें यह सिखाना है कि प्रभु का प्रकाश हमेशा हमारी रक्षा करता है और हमें कभी भी आशा नहीं खोनी चाहिए। यीशु का जन्म उत्पीड़ित जनता के लिए आशा की किरण के रूप में हुआ था। यीशु के जन्म ने बहुत से लोगों के कष्टों का अंत देखा। यह वह समय होता है जब लोग अन्य सभी कामों को छोड़कर एक साथ मिलकर त्योहार को खुशी से मनाते हैं।

क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे मजेदार गतिविधि है। यह क्रिसमस ट्री पर सुंदर ट्रिंकेट, घंटियां और आभूषण लगाकर किया जा सकता है। लोग उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, और कई माता-पिता अपने बच्चों को बताते हैं कि काल्पनिक सांता क्लॉज़ हर साल उनके लिए उपहार लाते हैं। बच्चों को एक-दूसरे की ज़रूरत में मदद करके साझा करना और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना सिखाया जाता है। गरीब और जरूरतमंद, जो क्रिसमस नहीं मना सकते, उनकी सहायता की जाती है, इसलिए वे इस तरह के एक अद्भुत त्योहार को याद नहीं करेंगे।

क्रिसमस पर निबंध 250 शब्द (Essay on Christmas 250 words in Hindi)

क्रिसमस 12 दिनों तक चलने वाले त्योहार की समाप्ति की घटना है। बहुत से लोग पिछली घटनाओं को नहीं जानते हैं और केवल मुख्य त्योहार पर ध्यान केंद्रित करते हैं। क्रिसमस के 12 दिन उपवास और तपस्या के बारे में हैं जो यीशु द्वारा झेली गई पीड़ा को याद करते हैं।

12-दिवसीय श्रृंखला का अंतिम दिन क्रिसमस के रूप में जाना जाता है और हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह रोमन कैलेंडर में शीतकालीन संक्रांति के दिन पड़ता है और वर्ष का सबसे काला दिन होता है। यीशु का जन्म आशा की किरण के रूप में आता है और आत्मज्ञान की ओर एक यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। क्रिसमस क्रिसमस ट्री को सजाने, परिवारों और दोस्तों के साथ खाने और ढेर सारी मस्ती करने के बारे में है। साझा करने के मूल मूल्य शुरू से ही बच्चों में पैदा होते हैं, और वे नैतिक मूल्यों की गहरी समझ रखना सीखते हैं।

क्रिसमस का उपयोग केवल मनोरंजन के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह समय है जब हमें उन लोगों की दुर्दशा के बारे में सोचना चाहिए जो हमसे कम भाग्यशाली हैं। यह वह समय है जब दुनिया भर में दान कार्य आयोजित किए जाते हैं, और उनसे उत्पन्न राजस्व का उपयोग गरीबों और जरूरतमंदों की भलाई के लिए किया जाता है। लोग इस समय का उपयोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ एक स्वादिष्ट डिनर पर फिर से जुड़ने के लिए करते हैं; वे खेल खेलते हैं और उन्हें उपहार देते हैं। यह लोगों के बीच पारिवारिक संबंधों को बढ़ावा देता है और उन्हें खुश और हर्षित बनाता है।

क्रिसमस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Christmas 300 words in Hindi)

क्रिसमस एक विशेष मौसम है जिसे हर साल ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह चारों ओर प्रेम, आनंद और शांति के मौसम को दर्शाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या बहुत खुशी और खुशी के साथ मनाई जाती है।

क्रिसमस हमें मानवता, दान और ज्ञान की याद दिलाता है। यह अनिवार्य रूप से हमें मानव जाति की सेवा करके और कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की मदद करके अपने जीवन को बेहतर बनाने का अवसर देता है। यह हमें अपने प्रियजनों के साथ साझा करने, देने और समय बिताने के मूल्य की भी याद दिलाता है। यह त्योहार जीवन में सकारात्मकता और बुरी आदतों से दूर रहने का है।

इससे पहले क्रिसमस को ईसाइयों के त्योहार के रूप में मनाया जाता था। लेकिन अब, यह त्यौहार विश्व स्तर पर सभी धर्मों और संस्कृतियों द्वारा मनाया जाता है और विविधता में एकता का प्रतीक बन गया है। सर्दियों को अब क्रिसमस के मौसम के रूप में जाना जाता है और लोग हमेशा इस त्योहार का बड़े उत्साह और उत्साह के साथ स्वागत करने के लिए उत्सुक रहते हैं।

क्रिसमस की अपनी अनूठी परंपराएं और उत्सव हैं। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सजाया जा रहा क्रिसमस ट्री सबसे प्रसिद्ध है। यह परंपरा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चली आ रही है और आज भी शाम का सबसे रोमांचक हिस्सा माना जाता है। माता-पिता और बच्चे मिलकर पेड़ को रोशनी, उपहार, मोजे, लघुचित्र और बहुत कुछ से सजाते हैं। बच्चे इस पल का आनंद लेते हैं और खूबसूरती से सजाए गए इस पेड़ के चारों ओर खेलते हैं। क्रिसमस के पेड़ के नीचे कई उपहार रखे जाते हैं और क्रिसमस की पूर्व संध्या पर खोले जाने चाहिए।

दूसरी ओर, स्कूल और चर्च क्रिसमस से हफ्तों पहले अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। छात्र क्रिसमस के दिन प्रदर्शन किए जाने वाले क्रिसमस कैरोल, गाने और कृत्यों की तैयारी करते हैं। ये आमतौर पर प्रभु यीशु की कहानियों पर आधारित होते हैं। साथ ही क्रिसमस के मौके पर चर्चों की अच्छी तरह से सफाई की जाती है। उन्हें मोमबत्तियों, बाइबिल की मूर्तियों, सितारों, रोशनी और बहुत कुछ से सजाया गया है। एक बार जब आप चर्च में प्रवेश करते हैं, तो आप महसूस कर सकते हैं कि यीशु की दिव्य उपस्थिति और चारों ओर सकारात्मकता है।

लोग क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अलग-अलग व्यंजन तैयार करते हैं जिसमें कपकेक, मफिन, फ्रूट पंच, क्रीम रोल शामिल हैं और सूची जारी है। बच्चे भी सांता क्लॉज़ से मिलने के लिए उत्साहित महसूस करते हैं- एक बूढ़ा व्यक्ति जो लाल और सफेद पोशाक पहने हुए है और बच्चों को उपहार देता है और चारों ओर खुशियाँ बाँटता है।

इसलिए, क्रिसमस चारों ओर शांति और आनंद लाता है, यह हमें यीशु द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है और हमें देखभाल और साझा करने के महत्व को समझने में मदद करता है। यह त्योहार सभी धर्मों को एकजुट करता है और चारों ओर जोश प्रदर्शित करता है।

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क्रिसमस पर निबंध 500 शब्द (Essay on Christmas 500 words in Hindi)

क्रिसमस दिसंबर में स्थापित एक प्रसिद्ध ईसाई अवकाश है, जिसे दुनिया भर में मनाया जाता है और इसकी सजावट और सांता क्लॉज के लिए प्रसिद्ध है। क्रिसमस का अर्थ है “मसीह का पर्व”। यह यीशु मसीह के जन्म को चिह्नित करने वाला एक वार्षिक उत्सव है; यह 25 दिसंबर को दुनिया भर में बहुत सारे लोगों के बीच एक सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस सभी ईसाई देशों में मनाया जाता है लेकिन प्रत्येक देश में इस तिथि को मनाने के तरीके में मतभेद हैं।

क्रिसमस के पीछे का इतिहास

क्रिसमस का इतिहास बहुत पुराना है; पहला क्रिसमस 336 ई. में रोम में मनाया गया था। 300 के दशक में हुए प्रसिद्ध एरियन विवाद के दौरान इसने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मध्य युग के प्रारंभिक वर्षों के दौरान, एपिफेनी ने इसकी देखरेख की।

क्रिसमस को लगभग 800 ईस्वी में फिर से सुर्खियों में लाया गया जब सम्राट शारलेमेन को क्रिसमस के दिन ताज मिला। 17वीं शताब्दी के दौरान, प्यूरिटन्स ने क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि यह नशे और अन्य अन्य दुर्व्यवहारों से जुड़ा था।

इसे 1660 के आसपास एक उचित अवकाश बना दिया गया था लेकिन फिर भी यह काफी विवादित था। 1900 की शुरुआत के आसपास, एंग्लिकन कम्युनियन चर्च का ऑक्सफोर्ड आंदोलन शुरू हुआ और इससे क्रिसमस का पुनरुद्धार हुआ।

क्रिसमस की तैयारी

क्रिसमस एक सांस्कृतिक उत्सव है जिसमें बहुत सारी तैयारियां होती हैं। यह एक सार्वजनिक अवकाश है और इसलिए लोगों को इसे मनाने के लिए क्रिसमस का अवकाश मिलता है।

क्रिसमस की तैयारी ज्यादातर लोगों के लिए जल्दी शुरू हो जाती है ताकि क्रिसमस की पूर्व संध्या पर जश्न शुरू हो जाए। क्रिसमस की तैयारियों में बहुत सारी गतिविधियाँ शामिल होती हैं। लोग आमतौर पर परिवार और दोस्तों के बच्चों के लिए सजावट, भोजन और उपहार खरीदते हैं। कुछ परिवार सभी के लिए मैचिंग क्रिसमस आउटफिट की खरीदारी करते हैं।

आम तैयारियों में क्रिसमस ट्री, लाइटिंग के साथ जगह की सजावट शामिल है। सजावट शुरू करने से पहले, घर को गहराई से साफ करना चाहिए। क्रिसमस ट्री घरों में क्रिसमस की भावना लाता है।

उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे लपेटे हुए उपहार बक्से में रखा जाता है और क्रिसमस के दिन तक नहीं खोला जाना चाहिए। विशेष आयोजन के लिए चर्च को भी सजाया गया है। क्रिसमस की शुरुआत के लिए चर्चों की पूरी सफाई भी की जाती है। क्रिसमस के दिन गाने और स्किट का प्रदर्शन किया जाएगा।

लोग आमतौर पर क्रिसमस पर बहुत अधिक खर्च करते हैं और इसलिए इन योजनाओं के लिए पैसे बचाना इन सभी के बीच सबसे पहले की तैयारी होनी चाहिए। परिवार भी इस उत्सव की अवधि के दौरान एक साथ रहने के लिए यात्रा करने की योजना बनाते हैं। परंपरागत रूप से टर्की इस दिन दुनिया भर में आम भोजन है। दोस्तों और परिवार को एक खुश छुट्टी की कामना करने और प्यार दिखाने के लिए कार्ड भी लिखे जाते हैं।

क्रिसमस दिवस समारोह

दिन को चिह्नित करने के लिए रेडियो और टेलीविजन पर क्रिसमस कैरोल बजाए जाते हैं। अधिकांश परिवार चर्च जाने से शुरू करते हैं जहां प्रदर्शन और गाने किए जाते हैं। फिर बाद में, वे उपहारों का आदान-प्रदान करने और भोजन और संगीत के साथ जश्न मनाने के लिए अपने परिवारों में शामिल हो जाते हैं। क्रिसमस के दौरान खुशी किसी और की तरह नहीं है।

क्रिसमस पर घर का बना पारंपरिक प्लम केक, कपकेक और मफिन विशेष व्यंजन हैं। बच्चों को ढेर सारे उपहार और नए कपड़े पहनाए जाते हैं। वे ‘सांता क्लॉज़’ से भी मिलते हैं, जो एक लाल और सफेद पोशाक पहने हुए हैं, जो उन्हें गले लगाकर और उपहारों के साथ स्वागत करते हैं।

क्रिसमस हमें मित्रों और परिवार के साथ देने और साझा करने के महत्व की याद दिलाता है। क्रिसमस के माध्यम से, हम जानते हैं कि यीशु का जन्म दुनिया में महान चीजों की शुरुआत है। यह आम तौर पर प्रकृति और हमारे अस्तित्व के कारण के बारे में सोचने का अवसर है। क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जिसे सभी धर्मों और आस्थाओं के लोग ईसाई त्योहार होने के बावजूद दुनिया भर में मनाते हैं। यह इस त्योहार का सार है जो लोगों को इतना जोड़ता है।

क्रिसमस पर अनुच्छेद पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्रिसमस के 12 दिन कब होते हैं.

क्रिसमस के 12 दिन क्रिसमस के दिन (25 दिसंबर) से शुरू होते हैं और प्रकाशितवाक्य की पारंपरिक तिथि से एक रात पहले 5 जनवरी को समाप्त होते हैं।

“लिटिल क्रिसमस” क्या है?

लिटिल क्रिसमस, जिसे अन्यथा ओल्ड क्रिसमस कहा जाता है, 6 जनवरी के लिए आयरिश ईसाइयों और अमीश ईसाइयों के बीच पारंपरिक नामों में से एक है, जिसे क्राइस्टमास्टाइड के बारह दिनों के अंत के बाद जोड़ा और मनाया जाता है।

क्रिसमस 25 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है?

क्रिसमस ईसा मसीह के परिचय को याद करने के लिए मनाया जाता है, क्योंकि ईसाइयों को भगवान के बच्चे के रूप में स्वीकार किया जाता है। क्रिसमस का नाम मास ऑफ क्राइस्ट से आया है। यह याद करने के लिए एक सामूहिक सेवा का आयोजन किया जाता है कि प्रभु यीशु हम मनुष्यों के कारण मरे और फिर जीवित हो गए।

क्रिसमस की शुरुआत सबसे पहले कहाँ हुई थी?

क्रिसमस या क्राइस्ट का त्योहार पहली बार 336 में रोम में शुरू हुआ था, लेकिन यह 9वीं शताब्दी के अंत में एक लोकप्रिय ईसाई त्योहार बन गया।

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10+ क्रिसमस पर निबंध – Essay on Christmas in Hindi

E ssay on Christmas in Hindi : आज हमने क्रिसमस पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 & 10 के विद्यार्थियों के लिए है।

क्रिसमस का आयोजन विश्व भर में बड़ी ही धूमधाम से किया जाता है यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है यह ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्यौहार है।

क्रिसमस शांति और खुशियों का प्रतीक है इसीलिए आज अन्य धर्म के लोग भी इसमें पूरे तन मन से हिस्सा लेते है। विद्यार्थियों को क्रिसमस पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है उनकी सहायता के लिए अलग-अलग छोटे बड़े निबंध लिखे है।

Essay on Christmas in Hindi

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10 Line Essay on Christmas in Hindi

(1) क्रिसमस का त्योहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है।

(2) क्रिसमस का आयोजन ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में किया जाता है।

(3) यह उत्सव ईसाई समाज के लोगों द्वारा बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

(4) इस दिन का बड़ा दिन भी कहते है।

(5) क्रिसमस का विशेष व्यंजन केक है।

(6) इस दिन लोग चर्च और अपने घरों में क्रिसमस ट्री रंग बिरंगी लाइटो, गुब्बारे, उपहार और अन्य सजावटी समान द्वारा सजाते है।

(7) सांताक्लॉज बच्चों को चॉकलेट्स और गिफ्ट्स देते है।

(8) यह पूरे विश्व भर में मनाया जाता है और इस दिन अधिकांश देशों में राजकीय अवकाश होता है।

(9) क्रिसमस के दिन चर्च में विशेष पूजा के साथ मोमबत्तियां जलाई जाती है और प्रार्थना की जाती है।

(10) क्रिसमस के दिन सभी लोग एक दूसरे को बधाई और उपहार देकर खुशी-खुशी इस उत्सव को मनाते है।

Short Essay on Christmas in Hindi 500 Words

भूमिका –

क्रिसमस का उत्सव ईसाई समाज के लोगों द्वारा प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। ईसाई समाज के लोगों का मानना है कि इस दिन उनके ईश्वर ईसा मसीह का जन्म हुआ था।

इसलिए भी उनके जन्मदिवस को अपने सबसे बड़े त्यौहार के रूप में मनाते है। क्रिसमस इंग्लिश की दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें Christ शब्द ‘क्रिस्टियन’ को दर्शाता है और Mass का मतलब “लोगों का समूह” होता है।

यह ईसाइयों के लिए सबसे पवित्र और हर्षोल्लास का त्यौहार होता है जिस को आम भाषा में बड़ा दिन भी कहा जाता है। वर्तमान में इस उत्सव को सभी देशों द्वारा अपना लिया गया है और सभी धर्म के लोग क्रिसमस को बड़े धूमधाम से मनाते है इसलिए अधिकांश देशों में 25 दिसंबर का राजकीय अवकाश होता है।

क्रिसमस का इतिहास –

क्रिसमस पर आयोजन यीशु के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ईसा मसीह ने धरती पर रहने वाले लोगों को सही राह दिखाने के लिए ईश्वर के दूत के रूप में अवतार पृथ्वी पर लिया था।

जन्म से ही उनके अंदर कुछ अलौकिक शक्तियां थी इसलिए उन्होंने छोटी उम्र की आयु से ही लोगों को सही कार्य करने के लिए प्रेरित किया और ईश्वर के पास जाने का मार्ग दिखाने लगे। कुछ लोगों को उनकी बातें पसंद नहीं आई इसलिए उनकी हत्या कर दी गई थी।

लेकिन ईसा मसीह के विचारों को कभी दबाया नहीं जा सका इसलिए आज भी उनके जन्मदिवस पर क्रिसमस का आयोजन किया जाता है।

जो कि हमें यह दर्शाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो अच्छाई हमेशा उसे हरा ही देती है। शायद इसीलिए आज पूरे विश्वभर में क्रिसमस मनाया जाता है।

क्रिसमस की तैयारी –

क्रिसमस की तैयारियां ईसाई धर्म के लोगों महीने भर पहले से ही करने लग जाते है। वे अपने घरों की साफ सफाई करके उन्हें पवित्र करते हैं रंग बिरंगी लाइटों द्वारा सजावट करते है। क्रिसमस के दिन गिरजा करो को विशेष तौर पर रंग बिरंगी फुलझड़ीओं, गुब्बारों, लाइटो और फूलों द्वारा लगाया जाता है।

चर्च में विशेष पूजा होती है जिसके बाद सभी लोग एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई और उपहार देते है।सभी लोगों द्वारा चर्च में मोमबत्तियां जलाई जाती है,

जो की सकारात्मक ऊर्जा की प्रतीक होती है। इस दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होते है जैसे डांस अंताक्षरी, ईसा मसीह का नाटक इत्यादि कार्यक्रम होते है।

इस दिन पर विशेष तौर पर ईसा मसीह के जन्म दिवस पर केक काटा जाता है जो कि इस उत्सव का मुख्य व्यंजन होता है इसके बाद सभी लोगों में चॉकलेट बांटी जाती है

इस दिन सभी लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री लगाते हैं जिसको विशेष तौर पर रंग बिरंगी लाइटों और अन्य सजावटी समान द्वारा सजाया जाता है और उस पर छोटे-छोटे गिफ्ट भी लगाए जाते है जो कि बच्चों को दिए जाते है।

इस दिन सांता क्लॉज का भी बहुत महत्व होता है लोगों का मानना है कि लाल कपड़े पहन कर ईश्वर स्वयं बच्चों को उपहार देते है।

निष्कर्ष –

ईसाई समाज के लोगों के लिए यह विशेष दिन होता है जिसका वह पूरे साल भर बेसब्री से इंतजार करते है और पूरे हर्षोल्लास और प्रेम भाव से क्रिसमस को मनाते है।

क्रिसमस का उत्सव शांति का प्रतीक है और यह हमेशा नकारात्मक सोच को हटाकर सकारात्मक सोच पर बल देता है।

Long Essay on Christmas in Hindi 1000 Words

प्रस्तावना –

क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों द्वारा मनाया जाता है यह त्यौहार उनके लिए सबसे बड़ा उत्सव होता है। क्रिसमस प्रमुख रूप से यूरोपीय देशों में मनाया जाता है लेकिन धीरे-धीरे इसको अब एशियाई देशों में भी अपना लिया गया है।

क्रिसमस का त्यौहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। ईसाई समाज के लोगों के लिए क्रिसमस का दिन बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है उनका मानना है कि इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ था और उन्हीं के जन्मदिन के उपलक्ष पर इस त्यौहार का आयोजन किया जाता है।

परंपरा और मान्यता –

पुरानी कथाओं और मान्यताओं के अनुसार माता मरियम के पुत्र का जन्म ईसा मसीह के रूप में हुआ था। ईसा मसीह के जन्म से पूर्व माता मरियम कुंवारी थी उनकी सगाई दाऊद के राजवंशी यूसुफ़ नामक व्यक्ति से हुई थी।

कथाओं के अनुसार एक दिन माता मरियम के पास स्वर्गदूतआए उन्होंने माता मरियम को कहा कि जल्द ही उन्हें एक पुत्र की प्राप्ति होगी जो कि संसार में रहने वाले लोगों को कष्टों से मुक्ति का रास्ता दिखाएगा।

कुछ ही दिनों में माता मरियम की शादी हो गई उसके पश्चात वह और उनके पति यहूदिया प्रांत के बेथलेहेम नामक (Bethlehem) जगह रहने लगे।

इसी स्थान पर वहां के अस्तबल में ईसा मसीह का जन्म हुआ। ईश्वर ईसा मसीह में जन्म के समय से ही एक आलौकिक शक्ति थी।

ईसा मसीह दीन दुखी लोगों को ईश्वर के करीब रहने का मार्ग बताया उन्होंने सभी को भाईचारे से रहने और एक दूसरे से प्रेम भाव रखने को कहा। उन्होंने खास तौर पर लोगों को क्षमा करने और क्षमा मांगने पर जोर दिया।

कुछ लोगों को उनकी यह बातें पसंद नहीं आई इसलिए उनकी हत्या कर दी गई थी लेकिन उनके विचारों को नहीं दबाया जा सका इसी कारण आज भी उनके जन्म उत्सव को ईसाई धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है।

क्रिसमस का आयोजन –

क्रिसमस की तैयारियां लोग एक महीने पूर्व से ही करने लग जाते है। क्रिसमस आने से पहले लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते है उनमें नया रंग करवाते है।

यह उत्सव इतना शानदार होता है कि इसके कारण बाजार में एक अनोखी रौनक देखने को मिलती है चारों तरफ रंग बिरंगी लाइटिंग और लोगों के खुशमिजाज चेहरे देखने को मिलते है।

इस उत्सव पर नौकरी पेशा लोगों को तनख्वाह के साथ बोनस मिलता है जिससे वह और अधिक खुश हो जाते हैं और खूब धूमधाम से क्रिसमस के इस उत्सव में हिस्सा लेते है।

क्रिसमस के 1 दिन पहले सभी लोग अपने घरों में रंग-बिरंगी लाइटे लगाते है पूरा बाजार रोशनी से नहाया हुआ होता है। चर्च को रंग बिरंगी रोशनीयो, रंग बिरंगे फूलों, सीनरी, मोमबत्तीया, रंग बिरंगे गुब्बारे और अन्य सजावटी सामानों से सजा दिया जाता है।

ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर की रात को हुआ था इसलिए क्रिसमस का आयोजन रात्रि से ही प्रारंभ हो जाता है जैसे ही 12 बजते है गिरजा घरों में विशेष प्रार्थनाएं की जाती है इसके पश्चात लोग अपने रिश्तेदारों और परिचित व्यक्तियों को क्रिसमस की बधाइयां देते है।

कई लोग इस उत्सव को समूह में मनाते है और स्वादिष्ट व्यंजनों का भी इंतजाम करते हैं जिससे इस उत्सव में चार चांद लग जाते है। क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री भी लगाया जाता है जिस पर तरह-तरह की लाइटों मुबारक और उपहार लगाए जाते है।

ईसाई धर्म के लोगों द्वारा क्रिसमस ट्री लगाने के पीछे एक पुरानी धारणा है जिसके अनुसार क्रिसमस ट्री लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है और नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह नष्ट हो जाती है।

क्रिसमस ट्री पर लगाए गए उपहार बच्चों में बांट दिए जाते है। बच्चों को खुश करने के लिए लोग सांता क्लॉज का रूप धारण करके सभी को गिफ्ट बांटते है। बच्चों को सांता क्लॉज द्वारा मिलने वाले गिफ्ट के लिए काफी उत्साह होता है क्योंकि वे सोचते है कि यह उपहार चीजें उन्हें ईश्वर द्वारा दिया गया है।

क्रिसमस के दिन केक काटने की पुरानी प्रथा है केक क्रिसमस का मुख्य व्यंजन होता है। यह सभी को पसंद होता है क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार की चॉकलेट, फलों का रस, दूध क्रीम आदि मिला होता है जो कि बहुत ही स्वादिष्ट होता है।

इस तरह क्रिसमस के उत्सव का भव्य आयोजन किया जाता है।

क्रिसमस का महत्व –

क्रिसमस का अन्य त्योहारों की तरह प्रमुख महत्व है, किस्मत के कारण लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से बाहर निकल कर खुशियां मनाते हैं और अपने आपको ईश्वर के करीब मानते है।

बाहरी देशों में संस्कृति के बदलाव के कारण एक-दूसरे से लोग कम ही मिल पाते है जिसके कारण मानव अपनी मूल प्रवृत्ति होता जा रहा है लेकिन किस्मत जैसे त्योहारों के कारण लोगों में एक अजब उत्साह होता है एक दूसरे से मिलते है।

क्रिसमस का त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों के लिए एक प्रतीक है जिस पर उन्हें गर्व होता है। इस त्योहार का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह में एक दूसरे से प्रेम भाव से रहने का संदेश देता है। जिसके कारण लोग प्रभावित होते है और एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते है।

उपसंहार –

क्रिसमस का उत्सव हमें हर वक्त खुश रहना सिखाता है। यह हमें किसी के गलती करने पर उसे माफ करने की शिक्षा देता है। यह उत्सव हमें हमेशा एक दूसरे के साथ प्यार से रहना सिखाता है चाहे वो गरीब हो या अमीर हो।

इस उत्सव को मनाने से हमारे मन के सभी बेर दूर हो जाते है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। ईसाई समुदाय के लोगों के लिए यह दिन और भी खास होता है क्योंकि एक दिन उनकी ईश्वर ईसा मसीह का जन्मदिन भी होता है।

यह उत्सव हमारे जीवन में नए रंग भी बिखेरता है जिससे आने वाले भविष्य में हम खुश और सुखी रहे इसीलिए आज क्रिसमस के इस उत्सव को सभी देशों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

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Christmas Essay in Hindi 2024: क्रिसमस पर निबंध के सैंपल

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  • Updated on  
  • December 4, 2024

Christmas Essay in Hindi

Christmas Essay in Hindi 2024: क्रिसमस का त्यौहार हर साल 25 दिसंबर को  ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य  में मनाया जाता है। बाइबिल में वर्णित क्रिसमस की कहानी, ईसाइयों के लिए क्रिसमस समारोह का एक केंद्रीय हिस्सा है। सदियों से क्रिसमस विभिन्न संस्कृतियों में गहराई से रच-बस गया है। जीवन में खुशियों को चुनने के लिए त्योहार ही मानव को प्रेरित करते हैं, दुनियाभर में मनाए जाने वाले त्योहारों के क्रम में क्रिसमस भी गिना जाता है। क्रिसमस   को ईसाई धर्म के लोगों द्वारा पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाता है। यह त्योहार केवल तक सीमित नहीं है बल्कि स्कूलों, काॅलेजों में भी इसके आयोजन की तैयारी की जाती है। इसलिए इस ब्लाॅग में Christmas Essay in Hindi 2024: क्रिसमस पर निबंध के सैंपल दिए जा रहे हैं जो इस त्योहार की खूबसूरती बताएगें।

This Blog Includes:

क्रिसमस के बारे में, क्रिसमस पर निबंध सैंपल 1, क्रिसमस पर निबंध सैंपल 2, क्रिसमस के पीछे का इतिहास क्या है, क्रिसमस की तैयारी क्या है, क्रिसमस के दिन का उत्सव क्या है, क्रिसमस पर 10 लाइन (10 lines on christmas in hindi).

क्रिसमस का त्यौहार हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। ईसाई परंपराओं में यह ईसा मसीह के जन्म का स्मरण करता है, जिन्हें ईसाई धर्मशास्त्र में उद्धारकर्ता माना जाता है। समय के साथ, क्रिसमस एक सांस्कृतिक और वैश्विक उत्सव के रूप में विकसित हुआ है जो धार्मिक सीमाओं को पार करता है, लोगों को प्यार, खुशी और उदारता के विषयों के साथ एक साथ लाता है।

इस त्यौहार की पहचान क्रिसमस ट्री को सजाने, उपहारों का आदान-प्रदान करने, कैरोल गाने और उत्सव के भोजन को साझा करने जैसी जीवंत परंपराओं से होती है। घर और सड़कें जगमगाती रोशनी, पुष्पमालाओं और जन्म के दृश्यों से जीवंत हो जाती हैं, जो आशा और एकता का प्रतीक हैं। उत्सव का केंद्र देने की भावना और प्रियजनों के साथ होने की खुशी है।

चाहे धार्मिक अवसर के रूप में मनाया जाए या सांस्कृतिक उत्सव के रूप में, क्रिसमस शांति, सद्भावना और एकजुटता के सार्वभौमिक मूल्यों का प्रतीक है, जो इसे सभी उम्र के लोगों के लिए खुशी का मौसम बनाता है।

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क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi 2024) इस प्रकार है-

क्रिसमस, जो हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है, दुनिया भर में सबसे ज़्यादा मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह ईसा मसीह के जन्म की याद में मनाया जाता है और ईसाई परंपराओं में गहराई से निहित है। हालाँकि, पिछले कुछ सालों में, क्रिसमस एक वैश्विक उत्सव के रूप में विकसित हुआ है जो धार्मिक सीमाओं को पार करता है, जो प्यार, देने और एकजुटता का प्रतीक है।क्रिसमस के पीछे मुख्य विचार यीशु के जीवन की चुनौतियों और बलिदानों को याद करना है। यह लोगों के बीच आपसी तालमेल, दयालुता और समझ, एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने का समय है।

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Christmas Essay In Hindi पर सैंपल 2 इस प्रकार है-

रोमन कैलेंडर का शीतकालीन संक्रांति, 25 दिसंबर के आसपास होता है, जब हम दुनिया भर में यीशु के जन्म का जश्न मनाते हैं। यह त्यौहार खुशी से मनाया जाता है, जो हमें याद दिलाता है कि प्रभु का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है। यीशु का जन्म उन लोगों के लिए आशा लाने के लिए हुआ था जो पीड़ित थे। उनके जन्म से कई लोगों की मुश्किलें खत्म हो गईं।  क्रिसमस के दौरान, हर कोई अन्य गतिविधियों को छोड़कर जश्न मनाने के लिए एक साथ आता है।

क्रिसमस के दौरान क्रिसमस ट्री को सजाना सबसे रोमांचक हिस्सा है। लोग इसे सुंदर आभूषणों, घंटियों और आभूषणों से सजाते हैं। उपहारों का आदान-प्रदान एक आम परंपरा है और बच्चों को अक्सर बताया जाता है कि सांता क्लॉज़ उनके लिए उपहार लाते हैं। क्रिसमस बच्चों को जरूरतमंद लोगों की मदद करके साझा करना और दयालु होना सिखाता है। लोग कम सामर्थ्य वाले लोगों की भी सहायता करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर कोई इस अद्भुत त्योहार का आनंद ले सके।

क्रिसमस पर निबंध सैंपल 3

Christmas Essay In Hindi सैंपल 3 इस प्रकार है:

क्रिसमस एक प्रसिद्ध ईसाई त्यौहार है जो दिसंबर में होता है और विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह सजावट और सांता क्लॉज़ के लिए जाना जाता है। “क्रिसमस” शब्द का अर्थ है “ईसा मसीह का पर्व।” लोग हर साल 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाने के लिए इसे मनाते हैं।  यह दुनिया भर की कई संस्कृतियों के लिए एक बड़ी बात है। जबकि क्रिसमस सभी ईसाई देशों में मनाया जाता है, प्रत्येक देश का इस विशेष दिन को मनाने का अपना तरीका होता है।

क्रिसमस का इतिहास बहुत पुराना है तथा इसने कई उतार चढ़ाव देखे हैं। रोम में पहला उत्सव 336 ई. के आसपास हुआ था। यह 300 के दशक में एरियन विवाद के दौरान महत्वपूर्ण हो गया। हालाँकि, प्रारंभिक मध्य युग में, एपिफेनी ने क्रिसमस पर रोक लगा दी थी।

लगभग 800 ई. में, क्रिसमस का महत्व फिर से बढ़ गया जब क्रिसमस के दिन सम्राट शारलेमेन को ताज पहनाया गया। 17वीं शताब्दी में, प्यूरिटन लोगों ने दुर्व्यवहार से जुड़े होने के कारण क्रिसमस पर प्रतिबंध लगा दिया।

वर्ष 1660 के आसपास क्रिसमस एक आधिकारिक अवकाश बन गया, फिर भी कई लोगों के लिए इसका आदर करना कठिन था। फिर बाद में 1900 के दशक की शुरुआत में, एंग्लिकन कम्युनियन चर्च के भीतर ऑक्सफोर्ड आंदोलन ने क्रिसमस के पुनरुद्धार में योगदान दिया।

क्रिसमस एक उत्सव का समय है जिसमें बहुत सारी तैयारियाँ शामिल होती हैं।  यह सार्वजनिक अवकाश है, इसलिए लोगों को जश्न मनाने के लिए छुट्टी मिल जाती है।

लोग क्रिसमस की तैयारी जल्दी से शुरू कर देते हैं, इसलिए उत्सव क्रिसमस की एक दिन पहले शाम पर शुरू हो जाता है, इसे क्रिसमस इव कहा जाता है।  तैयार होने में सजावट, भोजन और उपहार खरीदना शामिल है, खासकर बच्चों और दोस्तों के लिए।  कुछ परिवारों को सभी के लिए मैचिंग पोशाकें भी मिलती हैं।

सामान्य तैयारियों में घर को क्रिसमस ट्री और रोशनी से सजाना शामिल है। सजावट करने से पहले घर की अच्छे से सफाई की जाती है। क्रिसमस ट्री इस त्यौहार की सजावट का एक विशेष हिस्सा है।

उपहारों को क्रिसमस ट्री के नीचे लपेटे हुए बक्सों में रखा जाता है। वे उपहार क्रिसमस के दिन तक उसी के नीचे रहते हैं। बड़े आयोजन के लिए चर्चों को भी सजाया जाता है और उनकी सफ़ाई भी की जाती है। क्रिसमस के दिन के लिए गाने और प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।

लोग अक्सर क्रिसमस पर बहुत सारा पैसा खर्च करते हैं, इसलिए बचत करना तैयारियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।  इस दौरान परिवार साथ रहने के लिए यात्रा की योजना भी बनाते हैं। लोग अपने दोस्तों और परिवार को छुट्टियों की शुभकामनाएं देने और प्यार दिखाने के लिए भी कार्ड लिखते हैं।

क्रिसमस के दौरान, आप अक्सर रेडियो और टीवी पर क्रिसमस कैरोल सुनते हैं। कई परिवार चर्च जाकर प्रेयर करते हैं और गीतों का आनंद लेना शुरू करते हैं।  उसके बाद वे एक दूसरे के लिए लाए उपहारों का आदान-प्रदान करने और स्वादिष्ट भोजन और संगीत के साथ उत्सव को मनाने के लिए अपने परिवारों के साथ इकट्ठा होते हैं।  क्रिसमस के दौरान का आनंद सचमुच अनोखा होता है।

क्रिसमस के दिन पारंपरिक प्लम केक, कपकेक और मफिन जैसे विशेष घरेलू व्यंजनों का आनंद लिया जाता है।  बच्चों को ढेर सारे उपहार और नए कपड़े मिलते हैं।  उन्हें ‘सांता क्लॉज़’ जैसे लाल और सफेद रंग की पोशाक पहने किसी व्यक्ति से भी मिलने का मौका मिलता है, जो गले लगाकर और उपहार देकर उनका स्वागत करता है।

क्रिसमस हमें देने और अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुशी भरा समय बिताने के मौका देता है।  यह हमें याद दिलाता है कि यीशु के जन्म से दुनिया में कुछ अद्भुत चीज़ की शुरुआत हुई।  इस दिन लोग अपने जीवन के उद्देश्य पर विचार करते हैं और यह ईश्वर के दिए उपहारों सराहना करने का समय है।  भले ही क्रिसमस मूल रूप से एक ईसाई त्योहार है, फिर भी दुनिया भर में सभी धर्मों के लोग इसे मनाते हैं।  क्रिसमस की भावना ही सभी को एक साथ लाती है।

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क्रिसमस पर 10 लाइन (10 Lines on Christmas in Hindi) इस प्रकार हैं-

  • क्रिसमस ईसा मसीह के जन्म के सम्मान में 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है।
  • यह खुशी, प्यार और परिवार और दोस्तों के साथ आनंद लेने का समय है।
  • क्रिसमस पर पेड़ों को रोशनी और गहनों से सजाने की परंपरा सदियों पुरानी है।
  • सांता क्लॉज़ क्रिसमस से जुड़ा एक प्रिय व्यक्ति है, जो दुनिया भर के बच्चों के लिए उपहार लाता है।
  • छुट्टियों की खुशियाँ फैलाने के लिए क्रिसमस पर प्रेयर और उत्सव गीत गाए जाते हैं।
  • इस मौसम में कई लोग प्यार और उदारता के प्रतीक के रूप में उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।
  • क्रिसमस की दावत में अक्सर पारंपरिक व्यंजन जैसे रोस्ट टर्की, हैम और उत्सव की मिठाइयाँ शामिल होती हैं।
  • क्रिसमस की पूर्व संध्या पर परिवार अक्सर आधी रात की चर्च सेवाओं में शामिल होते हैं, जिन्हें मिडनाइट मास के रूप में जाना जाता है।
  • कई संस्कृतियों में, छुट्टियों के मौसम को रंगीन सजावट और चमचमाती रोशनी से चिह्नित किया जाता है।
  • क्रिसमस की भावना दया, करुणा और देने की खुशी के बारे में है।

क्रिसमस पर निबंध

क्रिसमस 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। हालाँकि यीशु के जन्म की सही तारीख ज्ञात नहीं है, 25 दिसंबर को प्रारंभिक ईसाइयों द्वारा सैटर्नलिया के रोमन त्योहार के साथ मेल खाने के लिए चुना गया था।

क्रिसमस ट्री सर्दियों के मौसम में जीवन और प्रकाश का प्रतीक है। इसकी उत्पत्ति जर्मनिक बुतपरस्त परंपराओं में हुई है और बाद में ईसा मसीह के माध्यम से जीवन के प्रतिनिधित्व के रूप में ईसाइयों द्वारा इसे अपनाया गया था।

क्रिसमस पर उपहारों के आदान-प्रदान की परंपरा बाइबिल की उस कहानी से प्रेरित है जिसमें तीन बुद्धिमान व्यक्ति शिशु यीशु के लिए उपहार लाते हैं। यह छुट्टियों के मौसम में लोगों के लिए प्यार और उदारता व्यक्त करने का एक तरीका बन गया है

अंग्रेजी शब्द क्रिसमस का नाम क्राइस्ट्स मास भी कहा जाता है।

बाइबल में जीसस क्राइस्‍ट के जन्म की तारीख का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन हर वर्ष 25 दिसंबर के दिन उनका ही बर्थडे मनाया जाता है।

क्रिसमस को 160 से अधिक देश मनाते हैं।

क्रिसमस पर भाषण खुशी फैलाने, त्योहार का सही अर्थ साझा करने और लोगों को छुट्टियों के मौसम में प्यार, उदारता और एकजुटता को अपनाने के लिए प्रेरित करने का एक शानदार तरीका है।

25 दिसंबर को रोमन चर्च ने चौथी शताब्दी में बुतपरस्त शीतकालीन संक्रांति त्योहारों के साथ संरेखित करने के लिए चुना था, भले ही यीशु मसीह के जन्म की सही तारीख अज्ञात है।

स्कूलों में, क्रिसमस भाषण छात्रों को त्योहार के इतिहास, मूल्यों और परंपराओं के बारे में सिखाने में मदद करते हैं, साथ ही एकता और छुट्टी की भावना को बढ़ावा देते हैं।

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स्टडी अब्राॅड प्लेटफाॅर्म Leverage Edu में सीखने की प्रक्रिया जारी है। शुभम को 5 वर्षों का अनुभव है, वह पूर्व में Dainik Jagran और News Nib News Website में कंटेंट डेवलपर रहे चुके हैं। न्यूज, एग्जाम अपडेट्स और UPSC में करंट अफेयर्स लगातार लिख रहे हैं। पत्रकारिता में स्नातक करने के बाद शुभम ने एजुकेशन के अलावा स्पोर्ट्स और बिजनेस बीट पर भी काम किया है। उन्हें लिखने और रिसर्च बेस्ड स्टोरीज पर फोकस करने के अलावा क्रिकेट खेलना और देखना पसंद है।

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क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi

इस आर्टिकल में आप क्रिसमस पर निबंध (Christmas Essay in Hindi) पढ़ सकते हैं। साथ ही इस लेख में हमने क्रिसमस की कहानी, इतिहास और इसके महत्व के विषय में भी लिखा है। यह निबंध हमने 800 शब्दों में स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए लिखा है।

आईये शुरू करते हैं – क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi …

Table of Contents

प्रस्तावना (क्रिसमस पर निबंध Christmas Essay in Hindi)

क्रिसमस विश्वभर में मनाया जाने वाला एक महान पर्व है। यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है। यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। आईये जानते हैं इस त्यौहार का महत्व क्या है और इसको मनाते क्यों है – इसका इतिहास।

क्रिसमस का महत्व Importance of Christmas in Hindi

यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है। लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है। 

इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। मसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम जोसेफ था। लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।

पढ़ें: नव वर्ष पर निबंध Happy New Year Essay in Hindi

क्रिसमस का इतिहास व कहानी History of Christmas in Hindi

जैसे कि हमने आपको बताया कि क्रिसमस का उत्सव भगवान ईसा मसीह के जन्म दिवस के दिन मनाया जाता है।  क्रिसमस के इतिहास को ईसा मसीह के जन्म की कहानी भी माना जाता है।

कई हजारों साल पहले की बात है नासरत शहर में मरियम नाम की एक महिला रहते थे।ईश्वर ने उस महिला को पवित्र माना और उसके गर्भ से जन्म लेने के लिए उसे चुना। इसलिए ईश्वर ने गैबरियल नामक अपने स्वर्ग दूध को उस कुमारी लड़की मरियम को दर्शन देने के लिए भेजा।

एक दिन मरियम को स्वर्ग दूत गैब्रियल ने अपने दर्शन दिए और उसे बताया कि ईश्वर पुत्र के रूप में उसके गर्भ से जन्म लेंगे। यह सुनकर मरियम चिंता में पड़ गई क्योंकि अभी तक उसका विवाह नहीं हुआ था। जब इसके विषय में मरियम ने गैबरियल से पूछा तो गैबरियल ने बताया ईश्वरीय शक्ति से वह गर्भवती बनेगी और उस पुत्र को जन्म देगी।

मरियम के मंगेतर का नाम युसूफ था। जब यूसुफ को पता चला कि उसकी मंगेतर गर्भवती है तो उसने उससे विवाह करने से मना कर दिया। तभी स्वर्ग दूत गैबरियल ने यूसुफ को सारी बात बताई। जब यूसुफ को सही बात का पता चला तो वह मान गया और उसने मरियम से विवाह कर लिया। 

उस समय नासरत नगर, रोमन साम्राज्य का हिस्सा था। जब मरियम का गर्भावस्था का अंतिम समय चल रहा था तब रोमन राज्य की जनगणना का समय आ गया, तब रोमन राज्य के नियमों के चलते यूसुफ भी अपनी पत्नी को लेकर बेथलेहेम शहर को चला गया। उसी समय मरियम को प्रसव पीड़ा होने लगी और किसी भी जगह में ठहरने के लिए जगह ना मिली। 

वह दोनों एक अस्तबल में चले गए, उसी अस्तबल में मरियम ने शिशु को जन्म दिया। उसके बाद उन्होंने शिशु को कपड़े में लपेट दिया और घास से बने चरनी में लिटा दिया। उसके बाद अचानक ही कई स्वर्गदूत आ गए और परमेश्वर ईसामसीह की जयजयकार करने लगे।

क्रिसमस उत्सव की तैयारी Celebration of Christmas Festival

  • लगभग 1 महीने पहले से ही क्रिश्चियन लोग इस त्यौहार की तैयारी शुरू कर देते हैं। इस खुशी में लोग अपने घरों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाते हैं। नए-नए कपड़े खरीदते हैं। इस दिन गिरजा घरों को सजाया जाता है।
  • ठीक रात 12:00 बजे गिरजा घरों में प्रार्थना शुरू हो जाती है। इस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमस टाइम की भी शुरुआत होती है। क्रिसमस के उत्सव पर लोग अपने दोस्त यारों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं और साथ मिलकर जश्न मनाते हैं।

क्रिसमस दिवस के लिए आंगन में क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है। एक्स-मास ट्री में चॉकलेट, गुब्बारे, डॉल, गिफ्ट आदि लगा कर सजाते हैं। इस दिन लोग एक दूसरे को केक बधाई पत्र आदि उपहार देते हैं।

क्रिसमस डे के दिन रात्रि के समय सैंटा क्लॉस बच्चों को गिफ्ट बांटते हैं तथा मोमबत्ती जलाकर यीशु मसीह से प्रार्थना करते हैं। इस तरह से लोग क्रिसमस का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। क्रिसमस के दिन लोगों का मुख्य मिठाई ‘केक’ होता है। भारत में भी इस त्यौहार को सभी धर्म के लोग खुशियों के साथ मनाते हैं।

क्रिसमस गीत व कविता Christmas Song and Poem in Hindi

  • ठंडी ठंडी हवाओं में कोई मेरी क्रिसमस गाता है। हर बार वह थैला भरकर हो गिफ्ट लेकर आता है। मां हमसे कहती है वह बच्चों से प्यार है करता, हरे भरे क्रिसमस ट्री को वह सुंदर सजा के देता, दिसंबर 25 को आता वो, संता-संता कहलाता वो।
  • क्रिसमस आया क्रिसमस आया बच्चों का है मन ललचाया। सैंटा क्लॉस आएंगे नए खिलौने लाएंगे। सैंटा क्लॉस में दी आवाज एनी आओ, पेनी आओ, जॉनी आओ, जॉन आओ। यीशु की याद का दिन है बच्चों के प्यार का दिन है।
  • जिंगल बेल बज रहे हैं साल खत्म हो रहा है उससे पहले 25 दिसंबर, क्रिसमस आ रहा है, क्रिसमस आ रहा है।

क्रिसमस ट्री कुछ खास बातें Some Important facts about Christmas Tree

सदाबहार क्रिसमस पेड़ सर्दियों के बीच में जीवन का एक प्राचीन प्रतीक था। लेकिन इस पेड़ का इस्तेमाल सबसे पहले कहां किया गया यह बात किसी को पता नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि कई हज़ार वर्ष पहले उत्तरी यूरोप में इसकी शुरुआत हुई थी। कहा जाता है कि शुरुआत में क्रिसमस ट्री का उपयोग क्षत्रियों के झूमर में तथा रोशनी के हुक से उल्टा लटकाया जाता था। 

रोमन लोग सर्दियों में सदाबहार शाखाओं को अपने घरों में सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे उत्तरी यूरोप में सदाबहार पेड़ों को काटा और और क्रिसमस के समयओं के दौरान उसे अपने घरों के अंदर अपने बक्सों में लगाया। दूसरी मान्यता के अनुसार जब यीशु मसीह का जन्म हुआ था तब बहुत तेज सर्दी थी और बर्फ बारी की वजह से दुनिया भर के पेड़ों से पत्तियां गिर गई थी और इन पेड़ों ने नई हरी पत्तियों को जन्म दिया।

क्रिसमस ट्री का प्रतीकात्मक रूप क्या है? What Does the Christmas Tree Symbolize?

मूर्तिपूजक संस्कृति में क्रिसमस के पेड़ का सदाबहार हिस्से को जीवन पुनर्जन्म और सहनशक्ति का प्रतिनिधि करता है, जो कि सर्दियों के मौसम में जीने के लिए अति आवश्यक है। यह माना जाता है कि सर्दी के महीने में बुरी आत्माएं अपनी अपनी मजबूत स्थिति में होती हैं इस दौरान इस पेड़ का उपयोग कर अंधेरे युक्त सबसे ठंडी स्थिति को हल्का करना सकारात्मक स्थिति को और बुरी आत्माओं को दूर करना था।

क्रिसमस ट्री को क्यों सजाया जाता है? Why is the Christmas tree decorated?

क्रिसमस के पेड़ों को सजाने का शुरुआत उस समय से हुई जब लोग सर्दी में उन पेड़ों को सजाने के लिए इस्तेमाल करते थे जिनके पत्ते नहीं होते थे। उनका मानना था जब पेड़ों से पत्तियां गिर जाते हैं तब पेड़ों की आत्माएं उसे छोड़ देती है।

इसलिए लोगों ने क्रिसमस ट्री को गहनों के साथ सजाने और पवित्र आत्माओं को आकर्षित करने के लिए इस सुंदर दिखाने का फैसला किया। क्रिसमस ट्री इतना पवित्र है कि हर साल इसे अमरीका में काफी पवित्र माना जाता है। नेशनल क्रिसमस ट्री एसोसिएशन के अनुसार हर साल अमरीका प्रतिवर्ष 25-30 मिलियन से ज्यादा मात्रा में क्रिसमस के पेड़ बिक जाते हैं।

क्रिसमस पर 10 वाक्य Few Lines on Christmas in Hindi

  • क्रिसमस विश्वभर में इसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक महान पर्व है।
  • यह त्यौहार मुख्य रूप से इसाई धर्म के लोगों द्वारा हर साल दुनिया में कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है।
  • यह प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। 
  • यह त्यौहार यीशु मसीह के जन्म अवसर पर मनाया जाता है। इस संसार में यीशु मसीह के जन्म को बड़ी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है।
  • लोकप्रिय रीति-रिवाज़ों में उपहारों का आदान-प्रदान, क्रिसमस के पेड़ों को सजाना, चर्च में भाग लेना, एक साथ परिवार के साथ मिलजुल कर भोजन करना तथा सैंटा क्लॉस के आने का इंतजार करना, यह सब इस दिन किया जाता है। 
  • इस दिन श्रद्धालु ईसा मसीह के पुनर्जन्म के शुभ कामना करते हैं। 
  • इसामसीह का जन्म बेथलहम शहर में स्थित एक गौशाला में हुआ था। उनकी मां का नाम मरियम और पिता का नाम युसूफ था।
  • लोगों का ऐसा मानना है कि मानव जाति को बचाने के लिए परमात्मा, ईसा मसीह के रूप में पृथ्वी पर आए थे।

उपसंहार Conclusion

क्रिसमस का यह त्यौहार क्रिश्चन लोगों का है लेकिन सभी धर्मों के लोग इस त्योहार का आनंद उठाते हैं। क्रिसमस का यह त्यौहार पूरे विश्व में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग प्रभु ईसा मसीह के सामने अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना और प्रार्थना करते हैं। आशा करते हैं आपको क्रिसमस पर यह निबंध (Christmas Essay in Hindi) अच्छा लगा होगा।

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क्रिसमस पर निबंध हिंदी में-christmas par nibandh

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क्रिसमस पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on Christmas Day in Hindi language )

#1. [400-500 words] क्रिसमस पर निबंध और लेख

प्रस्तावना :- क्रिसमस को ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में ईसाई साम्राज्य के लोग बहुत ही धूमधाम से 25 दिसंबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है और पूरे विश्व में इस दिन अवकाश रहता है ,क्रिश्मस से 12 दिन की उत्सव ‘क्रिसमसटाइड ‘की भी शुरुआत होती है क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्यौहार भी है और इसे बड़ा दिन भी कहा जाता है तथा यह प्रभु ईसा के जन्म दिवस के सम्मान में मनाया जाता है इसाई धर्म के लोगों के लिए ये एक बड़े महत्व का दिन और पर्व का दिन होता है.

प्रभु ईसा मसीह का जन्म:-   बाइबल के अनुसार परमेश्वर ने जिब्राइल नाम के स्वर्गदूत को एक स्त्री जिसका नाम मरियम था उसके पास भेजा और कहा कि उसका एक बेटा होगा तो राजा बनकर राज करेगा और उस बच्चे का नाम यीशु था जिसका जन्म 6 ई.शा .पूर्व में बेथलेहम में हुआ था और उसका जन्म एक अस्तबल में हुआ था उन्होंने बहुत छोटे से ही लोगों को सही राह दिखाने का कार्य किया इस तरह जब वो 12 वर्ष के हुए तो उन्होंने 12 आदमियों को चुना और उन्हें अपना प्रेरित बनाया ईसा मसीह ने कई चमत्कार भी किये जिसे ईश्वर का दूत नहीं बल्कि ईश्वर की संज्ञा दी गई है उन्ही की याद में क्रिसमस मनाया जाता है.

क्रिसमस की तैयारी और महोत्सव:- क्रिसमस की तैयारी ईसाई समाज के लोग 10-15 दिन पहले से ही करने लगते हैं घर की साफ सफाई की जाती है नए कपड़े खरीदे जाते हैं विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं क्रिसमस डे के दिन चर्च को विशेष तौर पर सजाया जाता है चर्च में विभिन्न कार्यक्रम होते हैं जो कि न्यू ईयर तक चलते हैं ईसा मसीह के जन्म पर आधारित नाटक कराए जाते हैं गीत गाए जाते हैं अंताक्षरी खेली जाती है और भी कई कार्यक्रम होते है ईसाई समाज द्वारा कई जगहों पर जुलुस निकाले जाते हैं जिसमे प्रभु ईशु की झाकिया होती है ,चॉकलेट और केक बनाए जाते हैं।

बिना केक के तो क्रिसमस ही अधूरा रहता है उस दिन हर ईसाई परिवार में केक जरूर बनता है उसके साथी क्रिसमस ट्री को भी सजाया जाता है कई जगह पर क्रिसमस के एक दिन पहले गिरजाघरों में रात्रिकालीन प्रार्थना होती है जो कि रात 12:00 बजे तक चलती है ठीक 12:00 बजे लोग अपने रिश्तेदारों अपने दोस्तों इत्यादि को क्रिसमस की बधाई देने लगते हैं क्रिसमस वाले दिन सांता क्लॉस बच्चों को चॉकलेट और गिफ्ट देते हैं सभी क्रिसमस को बोहोत उत्साह और खुशी से मनाते हैं कहीं- कही पर अन्य धर्म के लोग भी चर्च में जाकर मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना करते हैं इस प्रकार क्रिसमस केवल ईसाई धर्म के लोग ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग मनाते है .

उपसंहार:- क्रिसमस का त्योहार पूरे विश्व में बड़े उल्लास और उमंग से मनाया जाता है उस दिन सभी ईसाई धर्म के लोग भगवान ईसा मसीह के सामने अपनी की हुई गलतियों की क्षमा प्रार्थना करते हैं ,कहा जाता है कि ब्रिटिश काल में उस समय बिट्रिश जब क्रिसमस मनाते थे तो 15 दिन के लिए स्कूल और कॉलेज की छुट्टी रहती थी ,और सभी हिंदू और मुसलमान अंग्रेजों के यहां तोहफे भेजते थे इस प्रकार क्रिसमस का त्योहार ब्रिटिश काल से लेकर आज तक हमारे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

#2. [600-750 words] 25 दिसंबर क्रिसमस डे पर निबंध-christmas essay in hindi

सभी पर्व ओर त्योहार परस्पर प्रेम,भाईचारा, मेल मिलाप का संदेश देता हूं दूसरे शब्दों में सभी पर्वो ,त्योहार से हमे सदाचार ,सहानुभूति,परस्पर सहयोग और मानवता की भावना प्राप्त होती है।यह ध्यान देने की बात हैं।कि कोई भी पर्व या त्योहार चाहे स्वदेशी हो या विदेशी हो,चाहे गरीब हो या अमीर वर्ग का क्यों ना हो,उसमे उपर्युक्त विशेषता ओर श्रेष्ठता अवश्य होती है।

क्रिसमस 25 दिसम्बर का पर्व या त्योहार -पर्व है। जिसे न केवल ईसाई धर्म के अनुयायी या समर्थक ही मनाते है, अपितु इसे टी विशव के प्रायः सभी धर्मो ओर सम्प्रदाय के लोग मनाते है। इस प्रकार बिना किसी भेदभाव के पूरे विशव में मनाया जाता है।इसे बिना कोई भेदभाव के मनाने का एक कारण यह भी है।यह त्योहार ईसामसीह जी के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है।जिन्होंने मानवता का संदेश पूरे विशव को दिया।ईसामसीह ने भेदभाव को मिटाने के लिए अपने प्राणों की भी चिंता नही की।

यो तो ईसामसीह के विषय मे अनेक लोकमत है,तथापि यह सर्वमान्य मत है।कि उनका जन्म 25 दिसम्बर की रात को 12 बजे बेथलम शहर की एक गौशाला में हुआ था।देवदूतों के संदेश से लोगों ने इन्हें महापुरुष के रूप में स्वीकार कर लिया ।लोगो ने यह मान लिया की इन्हें परमात्मा ने यहुदियों से मुक्ति दिलाने के लिए इस धरती पर भेजा है।यहूदियों के बढ़ते हुए अत्याचारों ने ईसामसीह को बहुत बड़ी-बड़ी यातनाएं दी।फिर भी ईसामसीह अपने दृढ़ निश्चय से तनिक भी टस से मस नही हुए।

ईसामसीह जे दृढ़ निश्चय को देखकर क्रूर यहूदियों ने उन्हें समाप्त कर देने के लिए अनेक कठोर कदम उठाए।ईसामसीह ने उनसे स्पष्ट रूप से कह दिया-“-यदि तूम मुझे मार डालोगे तो,में तीसरे दीन फिर से जी उठूँगा” अंतः ईसामसीह को शुक्रवार को सूली पर चढ़ाया दिया गया।इसलिये शुक्रवार को ईसाई धर्म के लोग गुडफ्राइडे के रूप में मनाते है।यह शोक पर्व के रूप में ईसाइयों के द्वारा मनाया जाता है।गुडफ्राइडे का भी ईसाई धर्म मे बहुत बड़ा स्थान है।

क्रिसमस का त्योहार पूरे विशव में बड़े ही पवित्र भाव से ईसामसीह कर जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।यह उनके प्रति सच्चई श्रधा भाव रखकर मनाया जाता है।इस प्रकार क्रिसमस का त्योहार एक ऐसा व्यापक और विस्तृत प्रभाव रखने वाला पर्व है,जो गांव-शहर,देश विदेश में बड़े आनंद ओर उत्साह के साथ मनाया जाता है।क्रिसमस का प्रभाव बड़े ही जोरदार रूप में होता है।इसके आने की प्रतीक्षा बहुत पहले से ही कि जाने लगती है।धीरे -धीरे जैसे- जैसे यह करीब आता है।वैसे-वैसे ही इसकी तैयारी में तेजी आने लगती है।इसके साथ ही साथ लोंगो में उत्साह और उत्सुकता की तरंगों में व्रद्धि लगातार होने लगती है।

क्रिसमस की तैयारी में लगे लोग अपने ;अपने घरों,स्थानो ओर दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं की सफाई-सजावट करने में कोई कसर नही छोड़ते है।क्रिसमस के आ जाने पर लोंगो की खुशी का ठिकाना ही नही रहता।सुबह-सुबह ईसाई धर्म को मॉनने वाले ओर इसके समर्थक ईसामसीह के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति -भावना प्रकट करने के लिए गिरिजाघर में जाते है।वहाँ जाकर ईसामसीह के लिए प्राथना बड़े ही पवित्र मन से किया करते है।दिन-भर मिठाई एक दुसरे को बाटते है।मिठाई बाटने का कार्यक्रम अनेक स्थानों पर आयोजित किये जाते है।अपनी शक्ति और सामर्थ्य के साथ लोग अपने घरों में अपने रिश्तेदारों और मित्रो को आमंत्रित करते है।उन्हें सम्मानपूर्वक दावत देते है।मिठाई खिलाते है।फिर उनके साथ अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते है।इसके बाद उन्हें सम्मानपूर्वक विदा करते है।

क्रिसमस के दिन लोंगो का उत्साह लगातार बढ़ता ही जाता है।क्रिसमस की शाम को क्रिसमस की खुशी में जगह-जगह प्रीतिभोज का आयोजन किया जाता हैं।इसमें सभी धर्म और सम्प्रदाय के लोग इसमें शामिल होते है।मध्य रात्रि से लेकर दूसरे दिन सायंकाल में लोग राग रंग में डूबे रहते है।और अत्यधिक प्रसन्नता का अनुभव करते है।संगीत,नाच,कला प्रदर्शन,चारो ओर ही दिखाई देता है।क्रिसमस के दिन ईसामसीह के प्रति सच्चे निष्ठावान ओर सच्चे श्रद्धालु अपने घर के किसी मुख्य भाग में क्रिसमस ट्री लगाते है।इसे चमकीले पेपर,रंगबिरंगे सुनहरे तारो,खिलोनो फलों तथा मिठाई ओर चाकलेट से इसे सजाते है।

इस ट्री के चारो ओर वहां पर उपस्थित लोग परिक्रमा करते हुए ईसामसीह की पवित्र भावना के साथ प्राथना करते है।वे गीत और वादन के साथ सभी जे लिए सुख,ओर सम्रद्धि की शुभकामनाएं किया करते है।इस समय बच्चों के मनोभाव ओर अधिक रोचक दिखाई देता है।वे इस समय सांता क्लोस के आने का बड़ी बेसब्री से प्रतीक्षा करते है।उनको पूरा विशवास होता है कि सांता क्लोस उनके लिए विभिन्न प्रकार के खिलौने ओर उपहार लेकर अवश्य आएंगे।

क्रिसमस का त्याहार हमारी सोई हुई नैतिकता, मानवता ओर सच्चाई-ईमानदारी को जगाता है।इसलिए हमें इसे ईसामसीह जे प्रति अपने पवित्र भावनाओं को रखते हुए खूब उल्ल्लास ओर सदभावनापुर्वक परस्पर सहानुभूति को रखते हुए मनाना चाहिए।

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Essay On Christmas In Hindi 500 Words | क्रिसमस पर निबंध PDF

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Essay On Christmas In Hindi 500 + Words (Download PDF) क्रिसमस पर निबंध कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए – क्रिसमस कुछ लोगो के लिए केवल अवकाश का दिन है लेकिन इसकी महानता ईसाई धर्म में बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्रिसमस क्यों मनाते है और इसकी क्या विशेषताए है, तो आइये शुरू करते है – Essay on Christmas in Hindi

संसार परिवर्तनशील है कहां है – सब दिन होत न एक समान। इसी प्रकार कभी मानव अपने दैनिक कार्यों में अत्यधिक व्यस्त रहता है तो कभी विविध पर्वो द्वारा अपना मनोरंजन करता है। इसलिए विश्व के विभिन्न देशों में समय-समय पर विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं।

उनमें से कुछ त्यौहार केवल थकान मिटा कर मनोरंजन की दृष्टि से मनाए जाते हैं तो कई त्यौहार किसी महापुरुष के जीवन की घटनाओं पर आधारित होते हैं संसार में कई पर्व महापुरुषों के जन्म दिवस के रूप में भी मनाए जाते हैं। उनमें से बड़ा दिन ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। पृथ्वी पर प्रभु यीशु के जन्म की खुशियों में यह पर्व सारे संसार में मनाया जाता है।

तात्पर्य व स्वरूप

प्रभु यीशु के जन्म के दिन को क्रिसमस या बड़ा दिन के नाम से मनाया जाता है। यह पर्व विश्व भर में 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह पर्व महत्त्व की दृष्टि से सबसे बड़ा है। इसकी महिमा बहुत ऊंची है। इसलिए इसको बड़ा दिन कहते हैं।

प्रभु यीशु के पैदा होने के कारण यह दिन सब के लिए सबसे बड़ा सौभाग्य का दिन है। इस दिन को विश्व भर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

ईसा मसीह का जन्म

एक बार राजा की आज्ञा से जनगणना के लिए मरियम और उसके मंगेतर युसूफ वैतलहम नामक शहर में आए। सभी सराय, घर भर चुके थे। इसलिए मरियम को एक गरीब आदमी ने एक अस्तबल में स्थान दिया। उसी स्थान पर उसी रात प्रभु यीशु का जन्म हुआ।

इस प्रकार ईसा मसीह ने किसी राजमहल में जन्म ना लेकर एक ऐसे स्थान को पवित्र किया जो मनुष्य के नहीं जानवरों के रहने का था क्योंकि जगत के स्वामी ने गरीबी में आना अच्छा समझा। उन्हें गरीबों का हित करके उन्हें ऊपर उठाना था।

इसी महामानव के इस संसार में आने की खुशी में 25 दिसंबर बड़ा महत्वपूर्ण दिन समझा जाता है। इसलिए इस दिन को इसाई लोग बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।  लेकिन यह पर्व केवल ईसाइयों का ही नहीं हर जाति व धर्म के लोगों के लिए खुशी का दिन है।

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त्यौहार मनाने की परम्परा

ईसा मसीह के बाद उनके शिष्यों ने इस त्यौहार को बड़ी खुशी के साथ मनाना शुरू किया। तब से यह पर्व प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को यीशु के जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाने की परंपरा बन गई। 24 दिसंबर की रात्रि को 12:00 बजे से जब 25 दिसंबर का शुभारम्भ होता है, तब सारे गिरजाघर के घंटे बज उठते हैं। सबको प्रसन्नता का शुभ संदेश देते हैं।

घंटों की ध्वनि के साथ सब श्रद्धालु जनों के ह्रदय के तार प्रसन्नता के साथ झंकृत हो जाते हैं। घंटों की यह ध्वनि प्रभु यीशु के जन्म होने का संदेश देती है। उसके तुरंत बाद गिरजा घरों में प्रार्थना सभाएं होती हैं। उसमें सभी श्रद्धालु जन शामिल होते हैं।

इसी प्रार्थना सभा में प्रार्थना करके सभी लोग एक दूसरे को बधाई देते हुए इस वर्ष का शुभारम्भ करते हैं। अर्थात 24 दिसंबर रात्रि 12:00 बजे के बाद से 25 दिसंबर के शुभ आरम्भ होते ही यह पर्व मनाना शुरू हो जाता है क्योंकि ऐसी धारणा है कि ईसा मसीह का जन्म भी ठीक 12:00 बजे रात्रि को हुआ था।

त्यौहार मनाने की विधि

यह दिन शुद्ध व पवित्र दिन है। इसाई लोग 25 दिसंबर को बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। अपने घरों को पहले से स्वच्छ करके सजाते हैं। 24 तारीख की रात्रि से ही यीशु के आने की खुशी में घरों को भी प्रकाश से जगमगाते हैं।

सभी स्त्री-पुरुष बाल, वृद्ध इस दिन के लिए अपनी अपनी सामर्थ्य के अनुकूल नए-नए वस्त्र बनवाते हैं। इस अवसर पर नये सामान लाने की परम्परा भी है। घर में नए-नए स्वादिष्ट पकवान बनते हैं। मिठाईयां बनती हैं। इस दिन एक दूसरे को मिठाई बांटी जाती है। सभी घरों में दिन भर चहल-पहल रहती है।

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गिरजाघरो कि शोभा तो देखते ही बनती है। वे चकमक होकर ईसा मसीह का मनो संदेश दे रहे हो। 25 तारीख को लोग गिरजाघरों में जाकर प्रार्थना करते हैं। उसमें प्रभु का धन्यवाद क्रिसमस गाते हैं। लोग घर-घर जाकर, गाने गाकर इस शुभ संदेश को दूसरे तक पहुंचाते हैं।

प्रेम का पर्व

बड़ा दिन प्रेम व प्यार का दिन है जो सबको ईसा के प्रेम का संदेश देता है। इस दिन लोग घर-घर जाकर एक दूसरे को बधाई देते हैं। अन्य धर्म के लोग भी अपने इसाई भाइयों के घर जाकर उन्हें बड़े दिन की बधाई देते हैं और गले मिलते हैं। ईसा मसीह ने इस दिन पृथ्वी पर आकर सबको प्यार का संदेश दिया। उन्होंने पृथ्वी की दुखी आत्माओं को प्यार की सरस बून्द देकर उन्हें शांति प्रदान की।

इस अवसर पर केवल त्यौहार को मना लेना है ख़ुशी नहीं हैं। इस पर्व को मनाना सार्थक तभी होगा जब लोग ईसा मसीह के दिए हुए संदेशों को अपने व्यवहारिक जीवन में चरितार्थ करें। यीशु मसीह ने लड़ना नहीं सिखाया, जोड़ना सिखाया, प्रेम सिखाया, सबको सहनशीलता का पाठ पढ़ाया। हम सब प्रभु यीशु का श्रद्धा पूर्वक नमन करते हैं।

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Q&A. Essay on Christmas in Hindi

हम क्रिसमस दिवस क्यों मनाते हैं.

उत्तर – क्रिसमस दिवस 25 दिसंबर को मनाया जाता है और यह एक पवित्र और धार्मिक त्यौहार है। ईसाई क्रिसमस दिवस को यीशु के जन्म की वर्षगांठ के रूप में मनाते हैं।

क्रिसमस सबसे पहले कहाँ मनाया गया?

उत्तर – सबसे पहला रिकॉर्ड किया गया क्रिसमस उत्सव 25 दिसंबर, 336 ईस्वी को रोम में मनाया गया था।

क्रिसमस सबसे अच्छी छुट्टी क्यों है?

उत्तर – क्रिसमस एक छुट्टी का दिन है। दुनिया में इससे बेहतर और कोई भावना नहीं है जब परिवार और दोस्त एक साथ आते हैं और एक दूसरे को अपने प्यार का जश्न मनाने के लिए उपहार देते हैं। इसलिए क्रिसमस सबसे अच्छी छुट्टी है।

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